वाराणसी
गैंगरेप केस: SIT रिपोर्ट में बंधक बनाने का आरोप गलत, इस दिन दाखिल होगी चार्जशीट

वाराणसी के लालपुर-पांडेयपुर थाना क्षेत्र की युवती से कथित सामूहिक दुष्कर्म के मामले में SIT ने अपनी जांच पूरी कर ली है। SIT ने 431 पन्नों की विस्तृत रिपोर्ट तैयार की है जिसमें यह स्पष्ट किया गया है कि युवती को बंधक बनाकर रखने या जबरन कहीं ले जाने का कोई ठोस साक्ष्य नहीं मिला। पुलिस अब 8 जुलाई तक इस केस में चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी कर रही है।
बता दें कि यह मामला तब और बड़ा हो गया जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी दौरे पर पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल और तत्कालीन मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा से इस केस की पूरी जानकारी ली थी। इसके बाद आरोपितों के परिजनों ने भी निष्पक्ष जांच के लिए ज्ञापन सौंपा था।
SIT की जांच में सामने आया कि युवती कुछ अभियुक्तों के साथ मॉल, घाट और अन्य सार्वजनिक जगहों पर घूमती हुई CCTV फुटेज में दिखी। जांच टीम ने कुल 210 CCTV फुटेज का विश्लेषण किया, 24 गवाहों के बयान दर्ज किए और 11 इंस्टाग्राम अकाउंट खंगाले। इसके अलावा 12 CDR की भी जांच हुई और 165 लोगों से पूछताछ की गई।
पुलिस का कहना है कि युवती ने पूछताछ में बताया कि उसने शर्म और डर की वजह से घर नहीं जाने का फैसला लिया। SIT की रिपोर्ट के मुताबिक किसी निर्दोष को फंसने से बचाने के लिए सभी डिजिटल, तकनीकी और मानवीय एंगल से जांच की गई।
इस पूरे मामले में 29 मार्च को युवती के लापता होने पर परिजनों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बाद में लड़की अपनी सहेली के घर से बरामद हुई। लेकिन 6 अप्रैल को युवती की मां ने आरोप लगाया कि उसकी बेटी के साथ कई लोगों ने दुष्कर्म किया है। इसके बाद 8 अप्रैल से 15 अप्रैल के बीच 14 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। फिलहाल चार्जशीट दाखिल करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है।