अपराध
माफिया विनोद उपाध्याय का दि एंड, पोस्टमार्टम के बाद शव सौंपा गया भाई को

खबर सुल्तानपुर से हैं जहां गुरुवार सुबह तड़के 5:30 बजे के आसपास वाराणसी-लखनऊ हाइवे पर हनुमानगंज का एरिया गोलिगों की तड़तड़ाहट से गूंज गया था। जब स्थानीय लोगों की नींद गोलियों की तड़तड़ाहट से टूटी और जब तक लोग कुछ समझ पाते तब तक यूपी एसटीएफ और कोतवाली देहात थाने की टीम एक लाख के इनामिया बदमाश विनोद उपाध्याय को गाड़ी पर लादकर राजकीय मेडिकल कॉलेज सुल्तानपुर पहुंच चुकी थी। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। करीब तीन-चार घंटे बाद सोशल मीडिया पर खबर वायरल हुई तो हड़कंप मच गया था। पुलिस ने शव को मर्च्युरी में रखवाने के बाद विधिक कार्रवाई किया।
एसओ कोतवाली देहात श्याम सुंदर ने बताया कि एसटीएफ सीओ दीपक सिंह की तहरीर पर इनामिया विनोद के विरुद्ध 307, प्रतिबंधित असलहा रखने व आर्म्स एक्ट आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। उधर करीब 12 घंटे तक शव मर्च्युरी में ही रखा रहा। देर शाम लगभग 6:30 बजे के आसपास जब परिजन पहुंचे तो शव का पोस्टमार्टम हुआ।एक पुलिस अधिकारी ने अपना नाम लिए बिना बताया कि परिवार से भाई देर शाम आया था। उसके आने के बाद शव को पोस्टमार्टम में ले जाया गया। पोस्टमार्टम हाउस पूरी तरह छावनी में तब्दील था। एसटीएफ के जवान स्वयं पूरे मामले को हैंडल कर रहे थे। किसी भी व्यक्ति को यहां फटकने नहीं दिया गया। परिवार को मीडिया से बात करने की इजाजत नहीं थी। करीब 8 बजे रात के आसपास पोस्टमार्टम शुरू हुआ जो लगभग 10 बजे के बाद समाप्त हुआ। उसके बाद शव लेकर परिजन गंतव्य की ओर रवाना हो गए।
सीएमएस डॉ एसके गोयल ने बताया कि दो डॉक्टरों के पैनल ने पीएम की कार्रवाई किया है। पीएम में वीडियोग्राफी भी कराई गई है। पोस्टमार्टम स्थल पर लगभग आधा दर्जन चार पहिया वाहन मौजूद थे, जिसमें सिविल पुलिस की एक गाड़ी, एक एम्बुलेंस के अलावा एसटीएफ की चार गाड़िया थी।
