वाराणसी
महात्मा गांधी जयंती पर अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस मनाया गया

पूर्व प्रधानमन्त्री लालबहादुर शास्त्री के जयंती पर विचार गोष्ठी
प्रत्येक नागरिक को भय व स्वार्थ से मुक्त होने तथा मानवता की रक्षा हेतु संकल्पित होना चाहिए — कुलपति प्रो बिहारी लाल शर्मा.
रिपोर्ट – प्रदीप कुमार
वाराणसी। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय,वाराणसी में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती एवं अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के उपलक्ष्य में विश्वविद्यालय परिसर स्थित राष्ट्रीय परिचर्चा का समायोजन किया गया। परिचर्चा की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बिहारी लाल शर्मा जी ने महात्मा गांधी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व की चर्चा करते हुए प्रत्येक नागरिक को भय व स्वार्थ से मुक्त होने तथा मानवता की रक्षा हेतु निरंतर प्रयत्नशील रहने के लिए प्रेरित किया इसी क्रम में महात्मा गांधी के विराट व्यक्तित्व एवं राष्ट्रीय अवदान को भी स्मरण किया तथा पूर्व प्रधानमन्त्री लालबहादुर शास्त्री के जयंती पर कहा कि भागीरथी के तट पर जन्म लेने वाले शास्त्री जी माँ गंगा की तरह निर्मल और शीतल रहे ,सदैव जनहित मे समर्पित रहे.
अन्य वक्ताओं
मुख्य वक्ता के रूप में प्रोफेसर रामपूजन पांडेय द्वारा गांधी प्रतिपादित आदर्श जीवन के सूत्रों की व्याख्या तथा सत्य और अहिंसा के रूप में स्थापित उनके मानकों की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला गया।
आचार्य सुधाकर मिश्र ने महात्मा गांधी के विशिष्ट व्यक्तित्व को धर्म रक्षक का स्वरूप देते हुए उनके विलक्षण व्यक्तित्व को इंगित किया।
अचार्य शैलेश कुमार मिश्र ने ऐतिहासिक दृष्टिकोण से महात्मा गांधी के विश्व राजनीति पर पड़ने वाले प्रभाव एवं उनके सिद्धांतों तथा व्यवहार पक्षों का समयसामयिक दृष्टिकोण से प्रकाश डाला तथा मनसा वाचा , कर्मणा तीनों प्रकार के अहिंसा स्वरूप की व्याख्या भी विस्तार से प्रतिपादित की ।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में
कार्यक्रम का प्रारंभ वैदिक व पौराणिक मंगलाचरण के पश्चात महात्मा गांधी के चित्र पर माल्यार्पण से हुआ तथा अतिथियों का वाचिक स्वागत प्रोफेसर रमेश प्रसाद द्वारा किया गया।
संयोजन, धन्यवाद एवं संचालन–
कार्यक्रम का संयोजन एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रोफ़ेसर हरिप्रसाद अधिकारी जी द्वारा किया गया तथा संचालन डॉ विशाखा शुक्ला के द्वारा किया गया ।
उपस्थित ज़न-
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के आचार्य प्रो महेंद्र पाण्डेय, डॉ ज्ञानेन्द्र ,डॉ विजय कुमार शर्मा, कर्मचारी एवं छात्रगण उपस्थित रहे।