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पूर्वांचल

पूर्वोत्तर रेलवे द्वारा यार्डों की रिमाॅडलिंग, अतिरिक्त लाइन, बाई-पास लाइन का कार्य किया जा रहा

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रिपोर्ट : मनोकामना सिंह
गोरखपुर। पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन द्वारा यात्री सुविधाओं पर विशेष ध्यान देने के साथ ही यातायात सुविधाओं को भी विकसित करने पर भी जोर दिया जा रहा है। इसके अन्तर्गत यार्डों में बेहतर परिचालन व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु अनेक कार्य जैसे कि यार्डों की रिमाॅडलिंग, अतिरिक्त लाइन, बाई-पास लाइन इत्यादि का कार्य किया जा रहा है। फलस्वरूप यात्री टेªनों के समय पालन में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है तथा मालगाड़ियां भी तेज गति से चल रही हैं।

पूर्वोत्तर रेलवे पर पाँच गतिशक्ति कार्गो टर्मिनल विकसित किया जाना है, जिसमें से पहला गतिशक्ति टर्मिनल गोरखपुर स्थित नकहा जंगल स्टेशन के निकट हिन्दुस्तान उर्वरक निगम लिमिटेड (खाद कारखाना) में उर्वरक ढुलाई हेतु कार्यशील हो चुका है। खाद कारखाना में उर्वरक साइडिंग की व्यवस्था की गई है। खाद ढुलाई हेतु खाद कारखाने को समय पर पर्याप्त खाली वैगन उपलब्ध कराये जाते हैं।

हिन्दुस्तान उर्वरक निगम साइडिंग से माल अप्रैल,2022 में 5 रेकों में 105 वैगन उर्वरक की लोडिंग प्राप्त हुई, जिससे रेलवे को मालभाड़़े के रूप में रू0 35.85 लाख की प्राप्ति हुई। मई,2022 में इसमें भारी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। मई,2022 में 21 रेकों मेें 442 वैगन उर्वरक की लोडिंग प्राप्त हुई, जिससे रेलवे को मालभाड़े के रूप में रू0 1.50 करोड़ की प्राप्ति हुई। इस प्रकार 01 अप्रैल से 31 मई,2022 तक हिन्दुस्तान उर्वरक साइडिंग से कुल 26 रेकों द्वारा 547 वैगनों की उर्वरक लोडिंग प्राप्त हुई, जिनसे कुल रू0 1.86 करोड़ के रेल राजस्व की प्राप्ति हुई।

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