गाजीपुर
रमजान में क्यों दिया जाता है जकात ? जानें इसका महत्व
बहरियाबाद (गाजीपुर)। जकात इस्लाम धर्म के पाँच स्तंभों में से एक महत्वपूर्ण दायित्व है, जो हर सक्षम मुसलमान के लिए अनिवार्य है। इसे बचत की ढाई प्रतिशत राशि के रूप में दिया जाता है, बशर्ते कि यह निसाब की न्यूनतम सीमा से अधिक हो और एक वर्ष से अधिक समय तक संचित हो।
जकात का मुख्य उद्देश्य जरूरतमंदों, गरीबों, अनाथों और कर्जदारों की सहायता करना है। यह व्यक्ति के धन को शुद्ध करता है और अल्लाह की रहमत का कारण बनता है। रमजान का महीना विशेष रूप से जकात देने के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि इस दौरान किए गए नेक कार्यों का सवाब कई गुना बढ़ जाता है।
जकात समाज में समानता और न्याय को बढ़ावा देती है, जिससे एकता और भाईचारे की भावना मजबूत होती है। यह न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि सामाजिक और आर्थिक संतुलन बनाए रखने का भी एक महत्वपूर्ण साधन है।