वाराणसी
होटल क्लार्क की अवैध पार्किंग पर कार्रवाई, कैंटोनमेंट बोर्ड ने कराया कब्जा मुक्त

वाराणसी के कैंटोनमेंट बोर्ड (छावनी परिषद) ने बुधवार की रात होटल क्लार्क की अवैध पार्किंग को कब्जा मुक्त करवा दिया। इस दौरान बोर्ड के अधिकारियों और होटल प्रशासन के बीच तीखी बहस हुई। जानकारी के अनुसार, यह जमीन एक अनुबंध के तहत होटल क्लार्क को दी गई थी, जिसकी अवधि 2019 में समाप्त हो गई थी। बोर्ड ने कई बार नोटिस जारी किया, लेकिन होटल प्रशासन इसे खाली करने को तैयार नहीं था।
बुधवार शाम 6 बजे छावनी परिषद के अधिकारी, भारी पुलिस बल और अतिक्रमण दस्ते के साथ होटल क्लार्क पहुंचे। होटल के सामने बनी अवैध पार्किंग पर कार्रवाई शुरू हुई। इस दौरान होटल के कर्मचारी मौके पर आकर विरोध जताने लगे और बोर्ड अधिकारियों के साथ बहस करने लगे।
विरोध के बावजूद कार्रवाई जारी
होटल प्रशासन के विरोध के बीच बोर्ड कर्मियों ने कार्रवाई जारी रखी। पार्किंग क्षेत्र से सामान हटाने में तीन घंटे का समय लगा और रात 9 बजे तक यह क्षेत्र पूरी तरह खाली कर दिया गया। अधिकारियों ने होटल प्रशासन को दोबारा अतिक्रमण न करने की सख्त चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा फिर से किया गया तो कानूनी कदम उठाए जाएंगे।
2019 में समाप्त हुआ था कांट्रेक्ट
छावनी बोर्ड के मुख्य अधिशासी अधिकारी सत्यम मोहन ने बताया कि यह जगह अनुबंध के आधार पर शुल्क लेकर होटल क्लार्क को दी गई थी। अनुबंध 2019 में समाप्त हो चुका था, जिसके बाद होटल को कई बार नोटिस दिया गया। लेकिन होटल प्रशासन की ओर से कोई जवाब न मिलने पर यह कार्रवाई की गई। अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि भविष्य में भी अतिक्रमण हटाने के लिए इसी तरह की कार्रवाई जारी रहेगी।