वाराणसी
सीएम योगी ने संस्कृत स्कॉलरशिप योजना का किया शुभारंभ

वाराणसी। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को वाराणसी के संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में संस्कृत छात्रों के लिए संशोधित स्कॉलरशिप योजना का उद्घाटन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि संस्कृत शिक्षा के प्रति भेदभाव समाप्त होना चाहिए। अब हर संस्कृत छात्र को छात्रवृत्ति मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि अब तक संस्कृत छात्रों के लिए छात्रवृत्ति की व्यवस्था सीमित थी। उन्होंने सरकार की नई पहल की जानकारी दी, जिसके तहत राज्य के 1.5 लाख से अधिक संस्कृत छात्रों को इस योजना से लाभान्वित किया जाएगा। कल 69,195 छात्रों के बैंक खाते में स्कॉलरशिप की राशि जमा कर दी जाएगी।
संशोधित दरें और आय सीमा हटाई गई
संशोधित योजना के तहत छात्रवृत्ति की दरों में वृद्धि की गई है। अब कक्षा 6 से 8 के छात्रों को 75 रुपये, पूर्व मध्यमा स्तर के छात्रों को 100 रुपये, उत्तर मध्यमा को 150 रुपये, शास्त्री को 200 रुपये और आचार्य को 250 रुपये प्रति माह छात्रवृत्ति मिलेगी। साथ ही, इस योजना में अभिभावकों की आय सीमा का प्रतिबंध हटा दिया गया है, जिससे अधिक छात्र लाभ उठा सकेंगे।
वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए बजट स्वीकृत
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में इस योजना के लिए 10 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया गया है। पहले किश्त के रूप में 5.86 करोड़ रुपये जनपदों को आवंटित कर दिए गए हैं। योजना की पूरी राशि वर्ष में दो बार, दशहरा और होली के पहले वितरित की जाएगी।
ऑनलाइन व्यवस्था अगले वर्ष से
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि आगामी वित्तीय वर्ष 2025-26 से यह योजना ऑनलाइन संचालित की जाएगी, जिससे छात्रों के लिए आवेदन और छात्रवृत्ति प्राप्त करने की प्रक्रिया और भी सरल हो जाएगी।
संस्कृत शिक्षा के संरक्षण के लिए सरकार प्रतिबद्ध
योगी आदित्यनाथ ने संस्कृत भाषा की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत को विश्वगुरु के रूप में स्थापित करने में संस्कृत की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार संस्कृत शिक्षा के संवर्धन और संरक्षण के लिए संकल्पित है।
इस अवसर पर संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. बिहारी लाल शर्मा ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए संस्कृत शिक्षा के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता की सराहना की।