वाराणसी
नगर निगम का 1463 करोड़ का बजट पारित, गृहकर वसूली बनी चुनौती

डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन के यूजर चार्ज में बढ़ोतरी, पार्किंग शुल्क में कटौती
वाराणसी नगर निगम ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 1463 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी दे दी है। महापौर अशोक तिवारी की अध्यक्षता में हुई कार्यकारिणी बैठक में बजट प्रस्ताव पेश किया गया, जिसे अब अंतिम मुहर के लिए सदन की आगामी बैठक में रखा जाएगा।
इस बैठक में नगर निगम ने गृहकर वसूली का लक्ष्य 110 करोड़ रुपये तय किया, जो पहले 94.05 करोड़ रुपये था। हालांकि, अभी भी 50 करोड़ रुपये से अधिक गृहकर बकाया है, जिसे एक महीने के भीतर वसूलने की चुनौती सामने है। पार्षदों ने इस लक्ष्य को लेकर चिंता जताई और अधिकारियों से स्पष्ट रणनीति की मांग की।
बैठक में शहर के विकास कार्यों के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय भी लिए गए। नगर के कुओं और तालाबों के जीर्णोद्धार के लिए 7 करोड़ रुपये आवंटित किए गए, जबकि हर वार्ड में रोड साइड लाइट पोल लगाने के लिए 7-7 लाख रुपये निर्धारित किए गए। डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन के यूजर चार्जेज की वसूली को बढ़ाकर 28 करोड़ रुपये कर दिया गया और नगर स्वास्थ्य अधिकारी को इसकी नियमित समीक्षा के निर्देश दिए गए।
इसके अलावा, शहर में पार्किंग शुल्क को 2.5 करोड़ से घटाकर 1.5 करोड़ रुपये किया गया, जबकि नगर निगम की गाड़ियों के डीजल के लिए 15 करोड़ रुपये का बजट रखा गया। दुकानों के किराये की दर 15 करोड़ से घटाकर 7 करोड़ रुपये कर दी गई, वहीं कार्यालय और अन्य भवनों के किराये में वृद्धि कर 1 करोड़ रुपये निर्धारित किया गया।
गृहकर और जलकर वसूली को लेकर बैठक में कई पार्षदों ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि लोगों को समय पर बकाया की जानकारी नहीं दी जाती, जिससे भुगतान में देरी होती है। पार्षदों ने सुझाव दिया कि निगम को बकाया राशि की सूचना मोबाइल मैसेज के जरिए भेजनी चाहिए, जिससे लोग समय पर भुगतान कर सकें।
बैठक में उपसभापति नरसिंह दास, सदस्य अमरदेव यादव, मदन दुबे, श्याम आसरे मौर्य, सुरेश कुमार, सुशील गुप्ता समेत अन्य अधिकारी और नगर आयुक्त अक्षत वर्मा मौजूद रहे।