Connect with us

वाराणसी

वाराणसी देव दिवाली : पहली बार अमेरिकी तकनीक फायर वन फायरिंग से होगा क्रैकर्स शो

Published

on

काशी के घाट इस 15 नवंबर को देव दिवाली के अवसर पर एक बार फिर से दीपों की माला से जगमगाएंगे। अर्धचंद्राकार घाटों पर लाखों दीपों की रोशनी और गंगा के जल में उनकी परछाइयाँ एक अलौकिक दृश्य का निर्माण करेंगी। इस उत्सव में देश-विदेश से भारी संख्या में पर्यटक शामिल होने आ रहे हैं। इस साल विशेष आकर्षण के रूप में लेजर शो और ग्रीन आतिशबाजी का आयोजन किया जा रहा है जो इस पर्व को और भी खास बनाएगा।

गंगा के उत्तरवाहिनी किनारे पर दीयों की सजावट के साथ शिव भजन पर आधारित ग्रीन क्रैकर और लेजर शो दर्शकों को आकर्षित करेंगे। इसके अलावा, इस बार पहली बार अमेरिकी तकनीक ‘फायर वन फायरिंग सिस्टम’ के माध्यम से गंगा पार रेत पर विशेष आतिशबाजी शो का आयोजन होगा। यह तकनीक पर्यटकों को एक अनोखा अनुभव प्रदान करेगी, जिसमें लेजर और संगीत का संगम देश और दुनिया से आए दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देगा।

दीपों से सजेगा काशी का घाट, दिखेगा ग्रीन एरियल आतिशबाजी का अद्भुत नजारा

देव दीपावली के दिन 15 नवंबर को 12 लाख दीपों से काशी के घाटों को सजाया जाएगा। गंगा के पार रेत पर भगवान शिव के भजनों पर ग्रीन आतिशबाजी की जाएगी, जिसका प्रतिबिंब गंगा के पवित्र जल में दिखाई देगा और यह दृश्य देव दीपावली को अविस्मरणीय बना देगा। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के गंगा द्वार के सामने रेत पर विशेष ग्रीन एरियल फायर क्रैकर्स शो होगा, जिसमें शिव भजनों और धुनों के बीच अद्वितीय आतिशबाजी देखने को मिलेगी।

Advertisement

अमेरिकी तकनीक से होगा ग्रीन क्रैकर शो और लेजर का संगम

पर्यटन विभाग के उप निदेशक राजेंद्र कुमार रावत ने जानकारी दी कि इस बार गंगा पार की रेत पर अत्याधुनिक तकनीक से एक विशेष शो का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें 10 मिनट तक शिव भजनों पर आधारित ग्रीन क्रैकर और लेजर शो होगा। अमेरिका में विकसित इस फायर वन फायरिंग सिस्टम का उपयोग पहली बार काशी में किया जाएगा, जिससे पर्यटक घाटों पर गंगा आरती के साथ-साथ गंगा पार रेत पर इस अनोखी आतिशबाजी का आनंद ले सकेंगे।

आतिशबाजी से आसमान में उकेरे जाएंगे विभिन्न चित्र

रेत पर ग्रीन एरियल फायर क्रैकर्स शो आयोजित करने वाली कंपनी एक्सिस कम्युनिकेशन के सीईओ मनोज गौतम ने बताया कि करीब 1.5 किलोमीटर लंबे स्ट्रेच पर यह शो होगा। इसमें शिव भजनों जैसे हर-हर शंभू, शिव तांडव आदि के नौ से दस ट्रैक्स पर आधारित आतिशबाजी होगी।

Advertisement

Copyright © 2024 Jaidesh News. Created By Hoodaa