शिक्षा
हंडिया पीजी कॉलेज में ‘स्वभाव स्वच्छता – संस्कार स्वच्छता‘ थीम पर आयोजित हुआ कार्यक्रम
प्रयागराज। जनपद के हंडिया पीजी कॉलेज, प्रयागराज में ‘स्वच्छ भारत मिशन‘ की 10वीं वर्षगांठ के अवसर पर 17 सितम्बर से 02 अक्टूबर, 2024 तक ‘स्वभाव स्वच्छता – संस्कार स्वच्छता‘ थीम पर स्वच्छता ही सेवा अभियान के अन्तर्गत 18 सितम्बर, 2024 को महाविद्यालय में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये।
इसी क्रम मे महाविद्यालय में भी स्वच्छता पखवाड़े-2024 के अंतर्गत बुधवार (18 सितम्बर) को स्वच्छता जागरूकता दिवस के रूप में मनाया गया। महाविद्यालय के उप प्राचार्य प्रो. सुरेंद्र सिंह तथा आई.क्यू.एसी समन्वयक प्रो. विवेक पाण्डेय ने छात्रों को स्वच्छता के लिये जागरूक किया।
इस अवसर पर डॉ. शिवानंद सिंह, डॉ. रविन्द्र कुमार, डॉ. सोमेश नारायण सिंह, डॉ. नीरज कुमार सिंह, डॉ. शिवम वर्मा, डॉ. प्रद्युम्न सिंह, डॉ. दीपक सिंह, डॉ. सुनील त्रिपाठी, डॉ. शशिभूषण ओझा सहित बड़ी संख्या में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक उपस्थित रहे। उपस्थित सभी को राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. रविन्द्र कुमार ने स्वच्छता की शपथ दिलाई।
स्वच्छता शपथ :
“मैं शपथ लेता हूं कि महात्मा गांधी ने जिस भारत का सपना देखा था उसमें सिर्फ राजनैतिक आजादी हीं नहीं थी, बल्कि एक स्वच्छ एवं विकसित देश की कल्पना भी थी। महात्मा गांधी ने गुलामी की जंजीरों को तोड़कर माँ भारती को आज़ाद कराया।अब हमारा कर्तव्य है कि गंदगी को दूर करके भारत माता की सेवा करें। मैं शपथ लेता हूँ कि मैं स्वयं स्वच्छता के प्रति सजग रहूँगा और उसके लिए समय दूंगा।हर वर्ष 100 घंटे यानी हर सप्ताह 2 घंटे श्रमदान करके स्वच्छता के इस संकल्प को चरितार्थ करूँगा।मैं न गंदगी करूँगा न किसी और को करने दूंगा सबसे पहले मैं स्वयं से, मेरे परिवार से, मेरे मुहल्ले से, मेरे गाँव से एवं मेरे कार्यस्थल से शुरुआत करूँगा।
मैं यह मानता हूँ कि दुनिया के जो भी देश स्वच्छ दिखते हैं उसका कारण यह है कि वहां के नागरिक गंदगी नहीं करते और न ही होने देते हैं। इस विचार के साथ मैं गांव-गांव और गली-गली स्वच्छ भारत मिशन का प्रचार करूंगा। मैं आज जो शपथ ले रहा हूँ, वह अन्य 100 व्यक्तियों से भी करवाऊँगा। वे भी मेरी तरह स्वच्छता के लिए 100 घंटे दें, इसके लिए प्रयास करूंगा। मुझे मालूम है कि स्वच्छता की तरफ बढ़ाया गया मेरा एक कदम पूरे भारत देश को स्वच्छ बनाने में मदद करेगा।
स्वच्छता पखवाड़े के क्रम में छात्र-छात्राओं, स्वयंसेवकों को सार्वजनिक स्थानों पर कूड़ा न फेंकने तथा डस्टबीन का प्रयोग ज्यादा से ज्यादा करने के लिए जागरूक किया गया।