वाराणसी
नीलगिरी इंफ्रासिटी घोटाला: निवेशकों से ठगी करने वाले दंपति समेत तीन गिरफ्तार

113 से अधिक केस दर्ज
वाराणसी। नीलगिरी इंफ्रासिटी कंपनी ने जमीन दिलाने, विदेश यात्रा और कार जैसे झूठे वादों के जरिए वाराणसी समेत कई राज्यों के सैकड़ों लोगों से करोड़ों की ठगी की। कंपनी ने मलदहिया स्थित इंडियन प्रेस कॉलोनी में दफ्तर खोलकर निवेशकों को सस्ते दरों पर प्लॉट देने का सपना दिखाया। शुरुआत में कुछ लोगों को पैसा लौटाकर भरोसा भी जीता गया, लेकिन बाद में हजारों लोगों की रकम डूब गई।
राहुल केसरी नामक पीड़ित ने जब 19,92,000 देने के बावजूद न तो जमीन पाई और न ही अपनी रकम वापस मिली, तब उन्होंने वर्ष 2022 में जैतपुरा थाने में एफआईआर दर्ज कराई। पैसे मांगने पर धमकी भी दी जाती थी, जिससे परेशान होकर पीड़ितों ने कानून का सहारा लिया।
कंपनी के मालिक दंपति विकास सिंह और रितु सिंह, साथ ही मैनेजर प्रदीप यादव, पहले भी साल 2021 में गिरफ्तार हो चुके हैं। सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिली थी, इस शर्त पर कि वे निवेशकों का पैसा लौटाएंगे। हालांकि आंशिक भुगतान के बाद फिर नए पीड़ित सामने आने लगे और केसों की संख्या बढ़ती गई। चेतगंज थाने में अकेले इनके खिलाफ 113 से अधिक केस दर्ज हो चुके हैं।
अब चेतगंज पुलिस ने दोबारा जांच करते हुए तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इन पर धोखाधड़ी, अनुबंध उल्लंघन और निवेशकों को गुमराह कर धन वसूली जैसे गंभीर आरोप हैं। तीसरा आरोपी प्रदीप यादव लक्सा थाना क्षेत्र के जद्दूमंडी मोहल्ले का निवासी है और कंपनी में मैनेजर के रूप में कार्यरत था।