पूर्वांचल
यूपी चुनावों में कांग्रेस गांव और मोहल्लों में लगाएगी प्रतिज्ञा चौपाल
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अगले महीने विधानसभा चुनाव होने हैं। लेकिन राज्य में कोरोना के केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं। जिसके चलते राज्य में रैलियों और रोडशों के आयोजन पर 22 जनवरी तक प्रतिबंध है। जिसके चलते पार्टियां डिजिटल माध्यम से जनता तक अभी बात पहुंचाने का काम कर रही हैं। इसी बीच ग्रामीण क्षेत्रों में मतदाताओं तक पहुंचने के लिए कांग्रेस पूरे उत्तर प्रदेश में ‘प्रतिज्ञा चौपाल’ का आयोजन करेगी।
यूपीसीसी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने उम्मीदवारों और पदाधिकारियों को भेजे पत्र में कहा कि मौजूदा कोरोना स्थिति को देखते हुए, कांग्रेस ने अपने सभी बड़े समारोहों को स्थगित कर दिया है, लेकिन छोटे कार्यक्रमों का आयोजन सावधानी से किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पार्टी गांवों, मुहल्लों और वाडरें में प्रतिज्ञा चौपाल लगाएगी। लल्लू ने कहा कि रोजाना दो-तीन गांवों में प्रतिज्ञा चौपाल का आयोजन किया जाएगा, जिसमें पार्टी के राज्य, जिला और ब्लॉक स्तर के पदाधिकारी हिस्सा लेंगे।
इन चौपालों में महिलाओं के लिए पार्टी के घोषणापत्र और किसानों के लिए कांग्रेस के संकल्प पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि युवाओं, बेरोजगारों और महिला स्वयं सहायता समूहों के साथ भी चर्चा की जाएगी। कांग्रेस ने अपने 40 फीसदी टिकट महिला उम्मीदवारों को देने का वादा किया है। उन्होंने यह भी वादा किया है कि अगर पार्टी विधानसभा चुनाव जीतती है तो 40 प्रतिशत सरकारी नौकरियों में महिलाओं को आरक्षण देने के अलावा उन्हें कई अन्य फायदे भी दिए जाएंगे।
पार्टी ने इससे पहले 12वीं कक्षा में दाखिला लेने वाली लड़कियों को स्मार्टफोन और ग्रेजुएशन कोर्स में दाखिला लेने वाली लड़कियों को स्कूटर देने की घोषणा की थी।कोरोना प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए ‘चौपाल’ आयोजित किए जाएंगे और आवश्यकता के अनुसार मास्क और दवाएं दी जाएंगी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि प्रतिज्ञा चौपाल में गांवों में कोविड को लेकर जागरूकता एवं सावधानी बरतने पर भी चर्चा की जाएगी और इसके साथ ही चौपाल में मास्क और आवश्यकतानुसार दवा भी बांटी जाएगी।
इस महीने की शुरूआत में पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करते हुए, चुनाव आयोग ने सभी तरह की सार्वजनिक रैलियों और सभाओं पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिसमें विभिन्न दलों के कार्यकर्ताओं को केवल 5 या उससे कम लोगों के समूह में घर-घर प्रचार करने की अनुमति दी गई है।