वाराणसी
गंगा तट पर गूंजे राम भजन, राजेन्द्र प्रसाद घाट पर 33वीं राममय रात सम्पन्न

वाराणसी। गंगा तट स्थित राजेन्द्र प्रसाद घाट पर वाराणसी नागरिक संघ द्वारा 33वीं “राममय रात” का भव्य आयोजन किया गया। यह आयोजन स्वर्गीय मुन्नू प्रसाद पांडेय की स्मृति में प्रतिवर्ष रामनवमी के अवसर पर किया जाता है।
इस बार भी पूरी रात घाट राम के भजन और कविता-पाठ से गूंज उठा। कार्यक्रम की शुरुआत भगवान श्रीराम के स्मरण में शहनाई वादन के साथ हुई, जिसे सुनील प्रज्ञा ने प्रस्तुत किया। इसके बाद सीए देवव्रत मिश्रा और सुरेश प्रसाद ने भगवान श्रीराम की आरती उतारी।
भजन की शुरुआत पूजा पंड्या ने “रामा रामा रतते बगिया उमरिया” जैसे भावपूर्ण गीत से की, जिसने माहौल को भक्तिमय बना दिया। गायक विजय कपूर ने “अवध में बाजे लहंगा” और “बधाई हो राम जी को” जैसे लोकप्रिय भजन प्रस्तुत कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इस अवसर पर भजन गायक डॉ. विजय कपूर, डॉ. माधवी सिंह, संस्कृति शर्मा, सुभम अग्रहरी, अमिता अग्रहरी, अमलेश पांडेय, राकेश तिवारी और सदीप मोदनवाल ने भी अपनी प्रस्तुति दी। कविता पाठ में पूजा पांडेय, सरेश वर्मा और अन्य वरिष्ठ कवियों ने भाग लिया।
लक्ष्मण शास्त्री की भूमिका में संदीप मोदनवाल ने विशेष आकर्षण बटोरा। कार्यक्रम में उपस्थित कलाकारों की भावपूर्ण प्रस्तुतियों ने श्रोताओं को राममय कर दिया और घाट पर देर रात तक श्रद्धा और संगीत का संगम बना रहा।