गाजीपुर
मिश्रावलिया गांव में आग लगने से दो मड़इयां जलकर खाक
पीड़ित परिवार खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर
गहमर (गाजीपुर)। कोतवाली क्षेत्र के मिश्रावलिया गांव में सोमवार को संदिग्ध परिस्थितियों में लगी आग से दो रिहायशी मड़इयां जलकर राख हो गईं। आग इतनी भीषण थी कि गृहस्थी का सामान, अनाज, रजाई-गद्दे सहित सब कुछ खाक हो गया। घटना के समय दोनों परिवार खेतों में धान की कटाई करने गए थे।
जानकारी के अनुसार, मिश्रावलिया निवासी अर्जुन राम (पुत्र स्व. भंडारी राम) और तिलकू राम (पुत्र बुद्धू राम) अपने परिवार सहित खेतों में काम कर रहे थे। इसी दौरान उनकी मड़इयों में अज्ञात कारणों से आग लग गई। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि दोनों मड़इयां धू-धू कर जल उठीं।
धुंआ और आग की लपटें देखकर ग्रामीणों ने शोर मचाया और मदद के लिए दौड़े। घंटों की कड़ी मेहनत के बाद आग पर काबू पाया जा सका, लेकिन तब तक सब कुछ जलकर खाक हो चुका था।
रहने की जगह भी नहीं बची
आगजनी की इस घटना ने दोनों परिवारों को बेघर कर दिया है। ठंड के मौसम में अब वे खुले आसमान के नीचे रातें गुजारने को मजबूर हैं। पीड़ित परिवारों ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है।
लेखपाल ने किया क्षति का आकलन
घटना की सूचना मिलते ही हल्का लेखपाल शेषनाथ ने मौके पर पहुंचकर नुकसान का आकलन किया। उन्होंने बताया कि पीड़ित परिवारों को राहत पहुंचाने के लिए रिपोर्ट बनाकर शासन को भेज दी गई है। मुआवजा दिलाने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। गांव के लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि आग प्रभावित परिवारों को तत्काल राहत सामग्री और आर्थिक सहायता दी जाए, ताकि वे अपने जीवन को पटरी पर ला सकें।
प्रशासन की प्रतिक्रिया का इंतजार
फिलहाल, प्रशासन की ओर से पीड़ित परिवारों को कब तक और कितनी मदद मिलेगी, इस पर नजरें टिकी हुई हैं। ग्रामीणों ने उम्मीद जताई है कि प्रशासन जल्द से जल्द उनकी समस्याओं का समाधान करेगा।