गाजीपुर
जाति प्रमाण पत्र के मुद्दे पर गोंड महासभा का बेमियादी धरना
गाजीपुर। तहसील परिसर मोहम्मदाबाद में मंगलवार को अखिल भारतीय गोंड महासभा की तहसील इकाई ने जाति प्रमाण पत्र से संबंधित अपनी तीन प्रमुख मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू किया। यह धरना तहसील अध्यक्ष मुन्ना प्रसाद गोड़ के नेतृत्व में किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में गोंड समुदाय के लोग और समर्थक शामिल हुए।
धरने के दौरान गोंड महासभा ने अपनी प्रमुख मांगों को रखते हुए सरकार और प्रशासन पर सवाल उठाए –
1. शासनादेश का सख्ती से पालन: गोंड महासभा ने मांग की कि उत्तर प्रदेश सरकार और गाजीपुर के जिलाधिकारी द्वारा जारी शासनादेश और आदेशों का पूरी तरह पालन किया जाए। महासभा का आरोप है कि अधिकारी और कर्मचारी स्वविवेक से काम कर रहे हैं, जिससे जाति प्रमाण पत्र से संबंधित समस्याएं बढ़ रही हैं।
2. स्वविवेक से कार्य पर रोक: प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अधिकारियों और कर्मचारियों को स्वविवेक से कार्य करने की छूट नहीं होनी चाहिए। सभी को अपने अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत नियमों के अनुसार कार्य करने के लिए बाध्य किया जाना चाहिए।
3. जाति प्रमाण पत्र जारी करने में तेजी और सख्ती: महासभा का कहना है कि जाति प्रमाण पत्र की जांच और जारी करने में ढिलाई बरती जा रही है। उन्होंने मांग की कि जिन अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा नियमों का उल्लंघन किया जाता है, उनके खिलाफ उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी आचरण नियमावली, उत्तर प्रदेश लोक सेवा (अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण) अधिनियम, 1994 की धारा 5, और अनुसूचित जाति एवं जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाए।
धरने के दौरान गोंड महासभा के सदस्यों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो यह प्रदर्शन अनिश्चितकाल तक जारी रहेगा।
मोहम्मदाबाद तहसील परिसर में जुटी भारी भीड़
धरना प्रदर्शन में हजारों की संख्या में गोंड समुदाय के लोग शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने सरकार से अपनी मांगों को तत्काल पूरा करने का आह्वान किया और जाति प्रमाण पत्र से जुड़े मुद्दों को जल्द सुलझाने की मांग की।
गोंड महासभा का कहना है कि यह आंदोलन केवल उनके अधिकारों की रक्षा के लिए है और जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, वे पीछे नहीं हटेंगे।