वाराणसी
वाराणसी स्टेशन पर जीआरपी ने बचायी यात्री की जान

वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को एक श्रद्धालु अचानक बेहोश होकर गिर पड़ा। उनकी पत्नी घबराकर जोर-जोर से चिल्लाने लगी— “बचाओ… बचाओ!” आसपास खड़े यात्री हैरान रह गए और मौके पर भीड़ जमा हो गई। जीआरपी इंचार्ज हेमंत सिंह ने तत्परता दिखाते हुए टीम के साथ तुरंत मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला।
यात्री को हिलाने-डुलाने के बावजूद कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, जिसके बाद सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) दिया गया। पानी छींटने और हाथ-पैर की मालिश करने के कुछ ही पलों में यात्री को होश आ गया। मौके पर मौजूद यात्रियों ने राहत की सांस ली और तालियों से जीआरपी टीम की बहादुरी को सराहा।
झारखंड से आए थे काशी दर्शन करने यात्री की पहचान विदुर मंडल के रूप में हुई, जो झारखंड से अपनी पत्नी आशा देवी के साथ श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन के बाद प्रयागराज जाने की तैयारी में थे। यात्रा के दौरान अचानक गिरकर बेहोश हो गए। उनकी पत्नी के जोर-जोर से चिल्लाने पर जीआरपी टीम तेजी से हरकत में आई और समय रहते उनकी जान बचा ली। माइनर हार्ट अटैक के बाद मिली नई जिंदगीडॉक्टरों के अनुसार, विदुर मंडल को माइनर हार्ट अटैक आया था।
स्टेशन के मेडिकल सेंटर में प्राथमिक उपचार के बाद उनकी स्थिति स्थिर हुई, जिसके बाद वह प्रयागराज जाने वाली ट्रेन में सवार हुए। पत्नी आशा देवी ने जीआरपी की त्वरित कार्रवाई के लिए धन्यवाद देते हुए कहा— “अगर समय पर सीपीआर नहीं दिया जाता, तो कुछ भी हो सकता था।”महाकुंभ के कारण बढ़ी वाराणसी स्टेशन पर भीड़हाल के आंकड़ों के मुताबिक, वाराणसी रेलवे स्टेशन पर हर दिन 1 लाख से ज्यादा यात्रियों की आवाजाही हो रही है।
खासतौर पर महाकुंभ के कारण श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ी है, जो प्रयागराज आने-जाने के लिए ट्रेनों में सफर कर रहे हैं। इस दौरान जीआरपी और रेलवे प्रशासन चौकन्ना है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।