मिर्ज़ापुर
बाल सुधार गृह में टीबी लक्षणों की पहचान और सरकारी सुविधाओं का प्रसार

मिर्जापुर, सौ दिवसीय सघन टीबी अभियान के तहत 10 फरवरी 2025 को नगर स्थित मोर्चा घर बाल सुधार गृह में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में क्षय विभाग की जनपदीय टीम द्वारा निरुद्ध बालकों के बीच टीबी के लक्षणों की जानकारी दी गई और संदिग्ध टीबी मरीजों की पहचान कर उन्हें इलाज के लिए भेजने के उद्देश्य से कार्यक्रम आयोजित किया गया।क्षय विभाग के डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर सतीश शंकर यादव ने निरुद्ध बालकों को टीबी के लक्षणों के बारे में बताया और सरकारी स्तर से उपलब्ध नि:शुल्क सुविधाओं की जानकारी दी।

उन्होंने यह भी बताया कि अब टीबी मरीजों को सरकार ₹1000 प्रति माह की सहायता प्रदान कर रही है, जो इलाज की पूरी अवधि तक निरंतर मिलती रहेगी।यादव ने बच्चों से अपील की कि वे जब यहां से मुक्त होकर अपने घर वापस जाएं, तो यदि उन्हें किसी व्यक्ति में टीबी के लक्षण दिखें, तो उसे सरकारी स्वास्थ्य केंद्र तक भेजने का कार्य करें, ताकि प्रधानमंत्री के 2025 तक टीबी मुक्त भारत के लक्ष्य को पूरा किया जा सके।

इस कार्यक्रम के दौरान दो निरुद्ध बालकों में टीबी के लक्षण पाए गए, जिन्हें विभाग द्वारा मास्क और बलगम जांच के लिए फाल्कन ट्यूब प्रदान किया गया।कार्यक्रम में क्षय विभाग के पंकज सिंह, अखिलेश पांडे, अवध बिहारी कुशवाहा सहित अन्य टीम सदस्य भी मौजूद रहे।