वाराणसी
काशी-गोमती जोन की एसओजी भंग, नई टीम करेगी तीनों जोन की निगरानी

वाराणसी में बनेगी एकल एसओजी टीम, गंभीर अपराधों पर होगी विशेष नजर
वाराणसी। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने गुरुवार को एक बड़ा प्रशासनिक निर्णय लेते हुए काशी और गोमती जोन की एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) को भंग कर दिया। पुलिस कमिश्नर ने निर्देश जारी करते हुए घोषणा की कि जिले में अब केवल एक एसओजी टीम होगी, जो तीनों जोन— काशी, वरुणा और गोमती की जिम्मेदारियां संभालेगी।
नए एसओजी गठन के निर्देश
नए आदेश के तहत यह टीम जिले के थाना क्षेत्रों में घटित होने वाले गंभीर अपराधों की जांच करेगी और सर्विलांस जैसे तकनीकी पहलुओं पर सक्रिय रहेगी। साथ ही, नई टीम के प्रभारी के चयन और उसमें शामिल किए जाने वाले इंस्पेक्टरों व दरोगाओं के नामों पर विचार-विमर्श शुरू हो गया है।
मनीष मिश्रा समेत टीम को सम्मानित किया गया
भेलूपुर में सर्राफा व्यापारी और उसके बेटे पर हुए हमले के मामले को सुलझाने के लिए एसओजी प्रभारी मनीष मिश्रा और उनकी टीम को पुलिस कमिश्नर ने कैंप कार्यालय पर पुरस्कृत किया। ‘ऑपरेशन चक्रव्यूह’ के तहत बदमाशों की घेराबंदी और गिरफ्तारी के लिए पूरी टीम को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया।
पुलिस कमिश्नर ने कहा, “एसओजी टीम ने सराहनीय कार्य किया है। मैं उम्मीद करता हूं कि भविष्य में भी वे इसी निष्ठा से काम करेंगे।”
एसओजी सिपाही पर आरोपों की जांच पूरी
भंग की गई एसओजी टीम के एक सिपाही पर चंदौली निवासी युवक को छोड़ने के एवज में रिश्वत लेने का आरोप भी सामने आया। आरोप था कि युवक को लूटकांड के सिलसिले में पूछताछ के लिए लाया गया था और पैसे लेकर छोड़ा गया। हालांकि, एडीसीपी काशी जोन सरवणन टी ने जांच में इस आरोप को गलत पाया। बावजूद इसके, संबंधित पुलिसकर्मियों को सख्त चेतावनी दी गई है।
एसओजी की नई टीम के गठन के लिए पुलिस विभाग में मंथन तेज हो गया है। नई एसओजी को जिले के सभी गंभीर अपराधों पर त्वरित कार्रवाई के लिए तैयार किया जाएगा।