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गाजीपुर

घायल शिक्षक की इलाज के दौरान मौत, पुलिस की पकड़ से अपराधी दूर   

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गाजीपुर। रामपुर माँझा थाना क्षेत्र के चकेरी गांव में दो दिन पहले हुए लूट और छिनैती के दौरान गंभीर रूप से घायल शिक्षक नीरज पाण्डेय (30 वर्ष) की इलाज के दौरान मौत हो गई। मंगलवार की देर रात वाराणसी के बीएचयू ट्रामा सेंटर में उन्होंने अंतिम सांस ली। पोस्टमार्टम के बाद उनका पार्थिव शरीर उनके गांव मुड़ियार हरधना लाया गया, जहां परिवार और क्षेत्रवासियों में शोक की लहर दौड़ गई।

नीरज पाण्डेय पर अज्ञात बदमाशों ने उस समय हमला किया जब वह अपने एक छात्र के साथ जा रहे थे। बदमाशों ने लूटपाट और छिनैती का प्रयास किया और विरोध करने पर नीरज को गंभीर रूप से घायल कर दिया। उनका एक छात्र भी इस हमले में घायल हुआ था। नीरज को गंभीर चोटों के चलते तुरंत बीएचयू ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया था, जहां उनकी हालत लगातार नाजुक बनी रही।

नीरज पाण्डेय सहज स्वभाव और शिक्षण में निपुण थे, जिनकी असमय मृत्यु ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया है। परिवार की हालत गमगीन है। नीरज अपने पीछे पत्नी और एक साल के बच्चे को छोड़ गए हैं।

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घटना के दो दिन बाद भी पुलिस हमलावरों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। स्थानीय निवासियों में इस घटना को लेकर भारी आक्रोश है और लोगों ने पुलिस प्रशासन से जल्द कार्रवाई की मांग की है। पुलिस का कहना है कि जांच तेजी से चल रही है और अपराधियों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।

गांव में जैसे ही नीरज की मौत की खबर पहुंची, पूरा क्षेत्र शोक में डूब गया। उनके अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। लोग इस घटना को लेकर न केवल दुखी बल्कि बेहद आक्रोशित हैं। स्थानीय लोगों ने पुलिस प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि यदि समय रहते कार्रवाई होती तो नीरज की जान बच सकती थी। घटना के बाद क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।

नीरज पाण्डेय के परिवार और क्षेत्रवासियों ने मुख्यमंत्री से इस घटना में न्याय की गुहार लगाई है। परिवार को आर्थिक मदद और अपराधियों को सख्त सजा देने की मांग की गई है।

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