वाराणसी
क्राइम ब्रांच ऑफिसर बनकर युवती से 28 हजार की ठगी

वाराणसी। साइबर अपराधियों ने शहर की एक युवती से 28 हजार 700 रुपये की ठगी कर ली। आरोपित ने खुद को लखनऊ क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताते हुए युवती को एक आपत्तिजनक वीडियो वायरल होने का भय दिखाया और उसकी यूट्यूब आईडी को सीएम ऑफिस से डिलीट करवाने के लिए पैसे की मांग की।
घटना अर्दली बाजार क्षेत्र की है, जहां के श्रीवास्तव परिवार की बेटी और एमबीए कर मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी कर रही वैष्णवी ने बताया कि शुक्रवार दोपहर 1 बजकर 11 मिनट पर उसके मोबाइल नंबर पर एक फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को लखनऊ क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताते हुए कहा कि उसकी यूट्यूब आईडी से एक आपत्तिजनक वीडियो वायरल हुआ है। इस वीडियो को सीएम ऑफिस से डिलीट करवाने के लिए उसे पैसे देने होंगे।
आरोपित ने अपने सीनियर अधिकारी से फोन पर बात करवाई और अपना नाम सुरेश कुमार बताया। उसने कहा कि युवती की आईडी अब सीएम ऑफिस तक पहुंच चुकी है, जहां से इसे डिलीट करवाने के लिए 22,700 रुपये की राशि जमा करनी होगी। डर के मारे, वैष्णवी ने तुरंत पैसे ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद आरोपी ने कहा कि वीडियो सभी जिलों में डिस्ट्रीब्यूट कर दिया गया है और अब उसे हर जिले से डिलीट करवाने के लिए 500 रुपये की अतिरिक्त राशि चाहिए।
इस प्रकार, वैष्णवी ने 6,000 रुपये और ट्रांसफर कर दिए, लेकिन जब आरोपी ने और पैसे की मांग की, तो उसे शक हुआ। उसने अपने जीजा, जो वाराणसी पुलिस में दरोगा हैं, से संपर्क किया। इसके बाद साइबर फ्रॉड का पता चला और युवती ने साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने ऑनलाइन एफआईआर दर्ज करने की सलाह दी है।
साइबर क्राइम की इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि इंटरनेट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर ठगी की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।