वाराणसी
डाक विभाग में भ्रष्टाचार उजागर, दो रिश्वतखोर गिरफ्तार

वाराणसी। सीबीआई की टीम ने डाक विभाग के सहायक अधीक्षक, हेडक्वार्टर संजय सिंह और ग्रामीण डाक सेवक (असिस्टेंट ब्रांच पोस्ट मास्टर) आत्मा गिरी को 20 हजार रुपये घूस लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। सीबीआई के छापे और कार्रवाई से डाक विभाग के अफसरों और कर्मियों में हड़कंप की स्थिति रही।
लखनऊ स्थित सीबीआई की एंटी करप्शन ब्रांच में मड़ैया, रग्घूपुर निवासी धनेश वर्मा ने शुक्रवार को शिकायत की थी। धनेश ने बताया कि वह उप डाकघर सेवापुरी में आधार कार्ड बनाने के लिए कार्यवाहक एमटीएस के रूप में कार्यरत हैं। गत 13 मार्च को उनके एसडीआई दिलीप पांडेय छुट्टी पर थे। उनका चार्ज सहायक अधीक्षक, हेडक्वार्टर संजय सिंह के पास था।
संजय सिंह 13 मार्च को उप डाकघर सेवापुरी आए। उन्होंने कहा कि “आधार कार्ड का रजिस्टर लाओ।” सब कुछ देखने के बाद जाते समय वह उनका आधार कार्ड रजिस्टर ले गए। 15 मार्च को संजय सिंह के समक्ष जाकर उन्होंने रजिस्टर वापस देने के लिए अनुरोध किया। संजय सिंह ने रजिस्टर वापस करने और कार्रवाई न करने के बदले में 20 हजार रुपये घूस मांगे।
धनेश ने कहा कि उन्होंने संजय सिंह से कहा कि अभी पैसा नहीं है। बाद में पैसा देने की बात कहकर वह अपना आधार रजिस्टर ले आए। छह जून को उनके सहायक अधीक्षक रविंद्र साहू छुट्टी पर थे और चार्ज फिर से संजय सिंह के पास था। उसी दिन संजय सिंह और आत्मा गिरी उप डाकघर सेवापुरी आए। दोनों ने मार्च के प्रकरण का हवाला देते हुए 20 हजार रुपये जबरदस्ती ले लिए। साथ ही, आधार रजिस्टर भी लेकर चले गए।
आठ जून को संजय सिंह ने व्हाट्सएप कॉल कर धमकी दी। कहा कि रजिस्टर तभी वापस करेंगे और आगे कार्रवाई नहीं करेंगे, जब 50 हजार रुपये और दोगे। आत्मा गिरी ने भी संजय सिंह के लिए 50 हजार रुपये की मांग की। आत्मा गिरी ने संजय सिंह को घूस न देने की स्थिति में अंजाम भुगतने की धमकी दी। धनेश ने कहा कि वह संजय सिंह को घूस नहीं देना चाहते हैं।
धनेश वर्मा के प्रार्थना पत्र पर लखनऊ स्थित सीबीआई की एंटी करप्शन ब्रांच की डीआईजी व प्रमुख शिवानी तिवारी ने केस दर्ज कर कार्रवाई का निर्देश दिया। उनके निर्देश पर केस दर्ज कर डिप्टी एसपी रानू चौधरी ने अपनी टीम के साथ संजय सिंह और आत्मा गिरी को गिरफ्तार किया।