वाराणसी
वाराणसी में जवानों की तैनाती बढ़ी, स्टेशन से मंदिर तक चौकसी चरम पर

वाराणसी में सुरक्षा व्यवस्था चरम पर है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद पूरे उत्तर प्रदेश को हाई अलर्ट पर रखा गया है और काशी विश्वनाथ मंदिर को अभेद सुरक्षा घेरे में ले लिया गया है। थल, जल और वायु सेना बॉर्डर पर मोर्चा संभाले हुए हैं और पुलिस की टीमें अपने-अपने शहर की निगरानी में जुटी हैं। काशी विश्वनाथ धाम, संकट मोचन मंदिर और सभी गंगा घाटों पर मिलिट्री ड्रोन से चप्पे-चप्पे पर नजर रहेगी। एयरपोर्ट पर सीआईएसएफ ने टर्मिनल भवन के अंदर और बाहर, पार्किंग क्षेत्र में तैनात है। भोर से ही वाराणसी कैंट और बनारस रेलवे स्टेशन पर जीआरपी और आरपीएफ ने स्टेशन परिसर, सर्कुलेटिंग एरिया, पैसेंजर लॉबी, वेटिंग रूम, प्लेटफॉर्म, यात्री हाॅल, एफओबी, पार्सल घर और वेटिंग लाउंज आदि की तलाशी ली।
वाराणसी में शुक्रवार भोर में फैंटम बाइक पर 200 जवान सड़कों पर उतरे, जिससे आम लोगों में सुरक्षा का विश्वास बढ़ाया जा सके। धार्मिक स्थलों, विशेषकर काशी विश्वनाथ मंदिर, संकटमोचन मंदिर और गंगा घाटों पर जवानों की तैनाती में वृद्धि की गई है।
डीजीपी के निर्देश पर रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और एयरपोर्ट को अति संवेदनशील घोषित कर विशेष चौकसी बरती जा रही है। ड्रोन से पूरे शहर की गतिविधियों पर दिन-रात निगरानी रखी जा रही है। एनएसजी, एटीएस, एसटीएफ, सीआरपीएफ, आरएएफ, एसओजी और आईबी जैसी एजेंसियों की टीमें पूरी तरह सक्रिय हैं।
वाराणसी में शुक्रवार को जुमा की नमाज को लेकर भी पुलिस-प्रशासन अलर्ट मोड में है। काशी जोन में ज्ञानवापी समेत सबसे ज्यादा मस्जिदें हैं तो गोमती और वरुणा जोन में भी सक्रियता रखी गई है। एसीपी चेतगंज गौरव कुमार के नेतृत्व में फैंटम के 100 से ज्यादा जवानों की टीम ने रातभर चक्रमण किया। जुमे की नमाज को लेकर अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है।
शहर की सुरक्षा के लिए सोशल मीडिया पर भी नजर रखी जा रही है और अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। जुमे की नमाज के चलते विशेष सतर्कता बरती जा रही है और संवेदनशील इलाकों में पुलिस का गश्त लगातार जारी है।