मिर्ज़ापुर
बाल क्षय रोग की पहचान में स्टाफ नर्स निभाएंगी अहम भूमिका

मिर्जापुर। जनपद के सरकारी और निजी स्वास्थ्य संस्थानों में कार्यरत स्टाफ नर्स अब बाल क्षय रोग (टीबी) की पहचान में सक्रिय भूमिका निभाएंगी। इस दिशा में स्टाफ नर्सों को वर्ल्ड हेल्थ पार्टनर्स संस्था के माध्यम से विशेष प्रशिक्षण दिया गया है।
जिला अस्पताल (पुरुष) के सभागार में आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ. अनिल कुमार ओझा ने बताया कि बच्चों में क्षय रोग की पहचान वयस्कों की तुलना में अधिक चुनौतीपूर्ण होती है। इसलिए स्टाफ नर्सों को सतर्कता के साथ कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि अस्पताल में आने वाले बच्चों में टीबी के संभावित लक्षणों की पहचान कर उन्हें जांच के लिए प्रेरित किया जाएगा, जिससे समय पर उपचार शुरू किया जा सके।
प्रशिक्षण के दौरान मेडिकल कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. देवेश कुमार सिंह ने बताया कि बच्चों में लंबे समय तक खांसी रहना, वजन कम होना, बुखार और सुस्ती जैसे लक्षण टीबी के प्रमुख संकेत हो सकते हैं। स्टाफ नर्सों को इन लक्षणों की पहचान कर तुरंत टीबी की जांच और उपचार की प्रक्रिया शुरू कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इस मौके पर डीपीसी संध्या गुप्ता, धनंजय श्रीवास्तव और पंकज सिंह भी उपस्थित रहे। प्रशिक्षण के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है।