अपराध
लेखपाल ने जाति प्रमाण पत्र पर रिपोर्ट बनाने के लिए मांगी चार बीयर की रिश्वत

वीडियो वायरल होने पर लेखपाल ने रिपोर्ट की रद्द
बदायूं। जिले के दातागंज क्षेत्र के गांव बेलाडांडी में तैनात लेखपाल यादवेंद्र सुमन पर एक छात्र से जाति प्रमाणपत्र पर रिपोर्ट लगाने के नाम पर बीयर की मांग करने का आरोप लगा है। मामला उस वक्त प्रकाश में आया जब छात्र सौरभ सिंह ने बीयर देने का वीडियो बना लिया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
वीडियो में क्या दिखा?
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें लेखपाल की बलेनो कार में कुछ लोग बैठे हैं और कार तहसील के पास खुले मैदान में खड़ी है। सौरभ सिंह वहां चार बीयर की केन लेकर पहुंचता है और कार की खिड़की खोलकर केन लेखपाल को सौंपता है। इसके बाद सौरभ कहता है, “अब बीयर दे दी, मेरे सामने ही रिपोर्ट लगा दो।” इस पर लेखपाल जवाब देता है, “कार निकलवा दो, अभी तुम्हारे सामने ही रिपोर्ट लगाऊंगा।” इसके बाद सौरभ की मदद से कार निकलवाने के बाद लेखपाल ने जाति प्रमाणपत्र पर रिपोर्ट लगा दी।
वीडियो वायरल होते ही रिपोर्ट रद्द
सौरभ का कहना है कि उसने रेलवे की नौकरी के लिए आवेदन किया था, जिसकी अंतिम तिथि 27 अक्तूबर थी। 20 अक्तूबर से लगातार लेखपाल से संपर्क करने पर वह हर दिन टाल-मटोल कर रहे थे। जब उसने 25 अक्तूबर को बताया कि समय कम है तब लेखपाल ने कथित तौर पर पांच बीयर की केन की मांग की। सौरभ किसी तरह चार बीयर की केन लेकर पहुंचा जिसके बाद ही लेखपाल ने प्रमाणपत्र पर रिपोर्ट लगाई।
हालांकि, वीडियो वायरल होते ही लेखपाल ने तुरंत पोर्टल पर प्रमाणपत्र की रिपोर्ट को निरस्त कर दिया जिसके चलते सौरभ का आवेदन अब अधूरा रह गया है और वह नौकरी का फार्म नहीं भर सका।
लेखपाल का पक्ष
आरोपों पर सफाई देते हुए लेखपाल यादवेंद्र सुमन ने इसे षड्यंत्र बताया है। उनका कहना है कि न उन्होंने रिश्वत मांगी और न ही बीयर की कोई केन ली। उनका दावा है कि जांच में सच सामने आ जाएगा।
तो वहीं एसडीएम दातागंज, धर्मेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि शिकायत और वीडियो प्राप्त हो गया है। मामले की जांच कराई जा रही है, और दोषी पाए जाने पर लेखपाल के खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी। सोमवार को जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होगी।
छात्र का भविष्य अधर में
लेखपाल की इस कार्रवाई से सौरभ का रेलवे विभाग में नौकरी पाने का सपना अधूरा रह गया है। जाति प्रमाणपत्र न मिलने के कारण वह अंतिम तिथि तक आवेदन नहीं कर सका, जिससे उसकी संभावित नौकरी का मौका छिन गया।