पूर्वांचल
शिक्षामित्र संघ की चेतावनी, 5 सितंबर से होगा प्रदेश व्यापी धरना-प्रदर्शन

रिपोर्ट - अब्दुल वाहिद
भदोही। उत्तर प्रदेश शिक्षामित्र संघ जिला इकाई के पदाधिकारियों ने बृहस्पतिवार को जिला मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री के नाम संबोधित सात सूत्रीय मांगपत्र डीएम विशाल सिंह को सौंपा। जिलाध्यक्ष शाहनवाज खान ने आरोप लगाया कि जिले के बेसिक विद्यालयों में कार्यरत वही शिक्षामित्र अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे हैं जो स्नातक बीटीसी उत्तीर्ण है। प्रति माह मात्र 10 हजार रूपये की दर से मानदेय लेकर उन रेग्युलर शिक्षकों से अधिक कार्य करते हैं जो 50 हजार से अधिक के हकदारी जता रहे हैं।
विडंबना यह कि एक वर्ष में यह शिक्षामित्र सिर्फ 11 माह तक ही मानदेय पाते हैं। ऐसी स्थिति में मात्र 10 हजार का मानदेय और 01 माह के मानदेय से वंचित शिक्षामित्रों का अब बजट पूरी तरह से डावाडोल होने लगा है जिसका मूल कारण महंगाई है। चिंता की बात यह कि अधिक मेहनत कर नाममात्र तक मेहनताना आर्थिक व मानसिक उत्पीड़न का कारक बनकर आत्महत्या जैसे कदम उठाने को विवश करता जा रहा है।
14 नवंबर 2023 को प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा के निर्देश पर मांगों के निस्तारण को गठित कमेठी आदर्श चुनाव आचार संहिता भेंट चढ़ गई। बात यहीं तक सीमित हो तो ठीक लंबे अर्से से लंबित मांगों को पूरा कराने में जिम्मेदार मात्र आश्वासन तक सीमित रह जा रहे हैं लेकिन अब यह शिक्षामित्र अपने हक और अधिकार को लेकर ही दम लेंगे।
चेतावनी दिया कि नई शिक्षा नीति में शिक्षामित्रों को स्थाई करते हुए नियमित वेतनमान देने, मंहगाई के दृष्टिगत नियमितीकरण होने तक अन्य राज्यों की तरह वेतन-मानदेय मिले, मूल विद्यालय से वंचित शिक्षा मित्रों को विकल्प के आधार पर पुनःमूल विद्यालयों में समायोजजन की अनुमति मिले, महिला शिक्षामित्रों को विवाहोपरान्त ससुराल के जिलों में समायोजित कराया जाए।
इसके अलावा शिक्षामित्रों को ईपीएफ योजना का लाभ दिया जाए, आयुष्मान योजना में शामिल कर मेडिकल सुविधा प्रदान की जाए, मृतक शिक्षामित्रों के आश्रितों को आर्थिक सहायता देते हुए 1 सदस्य को समायोजित कराएं की मांग पूर्ण न हो सकी तो 5 सिंतबर को लखनऊ में अनिश्चित कालीन धरना-प्रदर्शन की बाध्यत बन जाएगी।
इस मौके पर महामंत्री संतराम प्रजापति, श्यामजी दुबे, हीरामणि, राकेश यादव, तारा गौतम, सुभाष सरोज, अजय कुमार, शैलेन्द्र पाठक, देवराज, विनोद कुमार, तारकनाथ, दशवंत लाल, आबिदा खातून, उर्मिला देवी, अनिता देवी, चंद्रेश कुमार, कुसुम गौड़, ममता, प्रदीप उपाध्याय, विजय शंकर यादव, मिथुन, राजकुमार, विनोद गौतम, मनोज कुमार यादव, बृजेश कुमार, बृजराज मिश्र, विकास मिश्रा, वीरेन्द्र मिश्रा, प्रेमशंकर, दिनेश मौर्य, सूबेदार यादव आदि रहे।