गाजीपुर
बसपा नेता विजेंद्र प्रताप सिंह के पिता पंचतत्व में विलीन

गाजीपुर। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के वरिष्ठ पदाधिकारी विजेंद्र प्रताप सिंह के पिता स्वर्गीय राम अवध सिंह का गुरुवार को उनके पैतृक गांव ससना (ब्लॉक सादात) में अंतिम संस्कार जोहरगंज घाट पर किया गया। वे लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे थे और गुरुवार सुबह 10:30 बजे अपने आवास पर ही उन्होंने अंतिम सांस ली।
स्वर्गीय राम अवध सिंह एक अनुशासित एवं आदर्श जीवन जीने वाले व्यक्ति थे। उन्होंने देश की सेवा सीआरपीएफ के जवान के रूप में की थी। सेवा निवृत्ति के बाद वे अपने गांव लौटकर खेती-बारी में जुट गए और अपने परिवार को ऊँचाइयों तक ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उनके दो पुत्र हैं समर प्रताप सिंह, जो गाजीपुर के वरिष्ठ अधिवक्ता हैं और विजेंद्र प्रताप सिंह, जो बसपा में पदाधिकारी के रूप में सक्रिय राजनीति में कार्यरत हैं।
अपने जीवन में उन्होंने न केवल अपने बेटों को अनुशासन और शिक्षा का मार्ग दिखाया, बल्कि एक बेटे को सीआरपीएफ में भर्ती कराने में भी प्रेरणास्त्रोत बने।
शव यात्रा में बहुजन समाज पार्टी के कई पदाधिकारी, कार्यकर्ता, ग्रामवासी एवं रिश्तेदार और अधिवक्ता भारी संख्या में शामिल हुए। मुखाग्नि छोटे पुत्र विजेंद्र प्रताप सिंह ने दी। पौत्र आशुतोष सिंह, परितोष सिंह और विनीत सिंह भी अपने दादा को अंतिम विदाई देने में भावुक नज़र आए।
परिजनों के अनुसार, स्वर्गीय राम अवध सिंह की बेटी सुनीता और उनके परिवारजन भी अंतिम संस्कार में उपस्थित रहे।ग्रामीणों और शुभचिंतकों ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए श्रद्धांजलि अर्पित की और परिवार को इस दुख की घड़ी में संबल देने की कामना की।
इस मौके पर मुख्य जोनल इंचार्ज वाराणसी मंडल विनोद कुमार बागड़ी, बसपा जिला अध्यक्ष गाजीपुर सत्य प्रकाश गौतम एवं पूर्व सांसद गाजीपुर राधे मोहन सिंह भी जोहरगंज घाट पर शोकाकुल परिवार से मिलने आए।