वाराणसी
काशी विश्वनाथ मंदिर मार्ग पर अतिक्रमणकारियों को पुलिस कमिश्नर ने दिया अल्टीमेटम

वाराणसी। काशी विश्वनाथ मंदिर के आसपास लगातार मिल रही अतिक्रमण की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए वाराणसी के पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने स्वयं कमान संभाल ली है। गुरुवार को उन्होंने भारी पुलिस बल के साथ गोदौलिया से लेकर गंगा घाट तक औचक निरीक्षण किया और अतिक्रमण करने वाले दुकानदारों को साफ शब्दों में चेतावनी दी— “अगर आगे से अतिक्रमण किया गया तो सीधे सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”
पुलिस कमिश्नर ने स्पष्ट किया कि काशी विश्वनाथ मंदिर सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं बल्कि करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। प्रतिदिन लाखों लोग दर्शन करने आते हैं और ऐसे में मंदिर के आसपास के रास्तों को अतिक्रमण मुक्त रखना प्रशासन की प्राथमिकता है। इसी उद्देश्य से हर 100 मीटर पर एक सिपाही और हर 500 मीटर पर एक एएसआई की तैनाती की गई है।

मोहित अग्रवाल ने कहा कि जो दुकानदार या व्यक्ति इस चेतावनी को हल्के में लेंगे, उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही की जाएगी। पिछले दो दिनों में 100 से अधिक एफआईआर पहले ही दर्ज की जा चुकी हैं। इसके बावजूद अगर किसी ने नियमों की अनदेखी की, तो उसके खिलाफ गुंडा एक्ट और गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई होगी, जिसमें 6-6 महीने तक की जेल भी संभव है।
निरीक्षण के दौरान कुछ स्थानों पर पुलिस की मौजूदगी के बावजूद अतिक्रमण मिलता पाया गया, जिस पर कमिश्नर ने तत्काल संबंधित पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि आगामी सावन माह में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने विशेष सतर्कता बरतने का निर्णय लिया है। मंदिर मार्गों को अतिक्रमण मुक्त रखते हुए श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा देना हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है। किसी को भी असुविधा न हो, इसके लिए हर स्तर पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी।
पुलिस कमिश्नर की इस कार्रवाई से स्पष्ट हो गया है कि अब काशी में अतिक्रमण करने वालों की खैर नहीं है। प्रशासन ने साफ संकेत दे दिया है कि आस्था के मार्ग में बाधा डालने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।