वाराणसी
काशी में निकली भगवान जगन्नाथ की डोली यात्रा, श्रद्धालुओं का उमड़ा सैलाब

वाराणसी। आस्था और परंपरा का अनुपम संगम आज काशी में देखने को मिला, जब भगवान जगन्नाथ की भव्य डोली यात्रा में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। करीब 225 वर्षों से चली आ रही इस ऐतिहासिक परंपरा की शुरुआत आषाढ़ शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा पर असि नदी किनारे स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर से हुई। शाम चार बजे जैसे ही डोली यात्रा प्रारंभ हुई, संपूर्ण धर्मनगरी भगवान के स्वागत में भावविभोर हो उठी।
ताशा और डमरू की गूंज, फूलों से सजी पालकी में विराजमान भगवान जगन्नाथ, सुभद्रा और बलभद्र के दर्शन और “जय कन्हैया लाल की” के जयघोषों ने पूरे वातावरण को भक्तिमय बना दिया। सजे-धजे 200 से अधिक ध्वजवाहक जयकारों के साथ यात्रा में शामिल हुए, जिसमें हजारों श्रद्धालु भाव-विभोर होकर सहभागी बने।
डोली यात्रा असि मंदिर से प्रारंभ होकर असि चौराहा, प्रद्दुमश्री चौराहा, दुर्गाकुंड, दयाल टावर, नबाबगंज, पंचायती चौतरा, राम मंदिर, खोजवां पुस्तकालय होते हुए द्वारिकाधीश मंदिर पहुंची। वहां महंत द्वारा भगवान की आरती की गई। इसके बाद यात्रा खोजवां पुलिस चौकी, विनायका, बैजनथा मंदिर होते हुए बेनीराम बाग स्थित रथयात्रा स्थल पहुंची, जहां विधिवत पूजा-अर्चना के बाद आरती हुई और भक्तों में प्रसाद वितरित किया गया।
इस दिव्य आयोजन में ट्रस्ट श्री जगन्नाथ जी के मुख्य ट्रस्टी दीपक शापुरी, अध्यक्ष व पूर्व एमएलसी बृजेश सिंह, अन्नपूर्णा सिंह, सचिव शैलेश त्रिपाठी, विधायक सौरव श्रीवास्तव, संजीव राय, उत्कर्ष श्रीवास्तव, नवीन श्रीवास्तव, हरीश वालिया, डॉ. शिशिर मालवीय, मीडिया प्रभारी रामयश मिश्र सहित अनेक श्रद्धालु शामिल हुए। रथ की पूजा में विशेष रूप से पूर्व एमएलसी विजय सिंह, आयोजन समिति के सदस्य और भक्तगण गुलाब की पंखुड़ियों से स्वागत कर भक्ति और उल्लास का दिव्य दृश्य रचते नजर आए।