Connect with us

वाराणसी

ईमानदार अधिकारी अनूप मिश्रा की तैनाती से थर्राया वाराणसी का सोसाइटीज कार्यालय, भ्रष्टाचार पर कसा शिकंजा

Published

on

वाराणसी। वाराणसी मंडल के सोसाइटीज, फर्म्स एवं चिट्स कार्यालय में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक नई पहल की शुरुआत हुई है। उत्तर प्रदेश शासन द्वारा ईमानदार छवि के युवा पीसीएस अधिकारी अनूप मिश्रा को इस कार्यालय में सहायक निबंधक के रूप में नियुक्त किया गया है। अमेठी निवासी लगभग 40 वर्षीय अनूप मिश्रा ने 19 जून 2025 को वाराणसी स्थित कार्यालय में कार्यभार ग्रहण किया।

वित्त एवं लेखा सेवा से जुड़े अनूप मिश्रा की प्रशासनिक पृष्ठभूमि बेहद सशक्त रही है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत वाराणसी पेंशन कार्यालय में एकाउंट ऑफिसर के रूप में की थी और उसके बाद बीएसए वाराणसी और आईसीडीएस लखनऊ में लेखा अधिकारी के रूप में अपनी सेवाएं दीं। उन्होंने हर स्थान पर अपनी सच्चाई, निष्ठा और नियमबद्ध कार्यशैली से पहचान बनाई।

अनूप मिश्रा की ईमानदार छवि और स्पष्ट कार्यशैली से वाराणसी का सोसाइटीज कार्यालय हिल गया है। कार्यालय में वर्षों से जमी भ्रष्टाचार की परतों में दरार पड़ने लगी है। एक विशेष साक्षात्कार में उन्होंने साफ कहा कि वे पूरी ईमानदारी और नियमों के तहत कार्य करेंगे और किसी भी तरह का भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि कोई भ्रष्टाचार में लिप्त पाया गया तो उस पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने बताया कि कार्यालय में सभी को न्याय देना ही उनका मुख्य उद्देश्य है और प्रत्येक कार्य नियत समयसीमा में पूरा किया जाएगा। नवीनीकरण और पंजीकरण की प्रक्रिया को लेकर उन्होंने कहा कि इसके लिए 30 दिनों की समयसीमा अधिनियम में निर्धारित है और कार्य उसी के अनुसार किया जाएगा। विवादित पत्रावलियों का निस्तारण गुण-दोष के आधार पर नियमों के तहत किया जाएगा।

Advertisement

जब उनसे यह पूछा गया कि कार्यालय में अपंजीकृत मुहर लगाकर सत्यापित नकल क्यों जारी की जाती है, तो उन्होंने कहा कि इसकी उन्हें विशेष जानकारी नहीं है लेकिन ऐसा मामला सामने आने पर विचार किया जाएगा।

उनके आने के बाद से कार्यालय के वातावरण में बदलाव महसूस किया जा रहा है। भ्रष्ट कर्मचारियों में हड़कंप मचा है, कई चेहरे गुमसुम हैं और पूरा परिसर एक सन्नाटे में डूबा दिखता है। ऐसा माना जा रहा है कि यदि अनूप मिश्रा इसी तेवर के साथ कार्य करते रहे तो यह कार्यालय वर्षों बाद भ्रष्टाचार की जंजीरों से मुक्त होकर शासन की मंशा के अनुरूप जनता की सेवा में लगेगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रभारी मंत्री सुरेश खन्ना के पारदर्शी प्रशासनिक दृष्टिकोण को मूर्त रूप देने की दिशा में यह तैनाती एक बड़ा कदम मानी जा रही है। जनहित में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व की भावना से कार्य करने वाले अधिकारी अनूप मिश्रा आने वाले समय में मिसाल बन सकते हैं।

Copyright © 2024 Jaidesh News. Created By Hoodaa