वाराणसी
74 साल बाद होगी जातीय जनगणना, वंचितों को मिलेगा न्याय: अशोक विश्वकर्मा

वाराणसी। ऑल इंडिया यूनाइटेड विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार विश्वकर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा 74 वर्षों बाद जातीय जनगणना कराने का फैसला ऐतिहासिक है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय लंबे समय से चल रही मांग और विपक्षी दलों के दबाव का परिणाम है।
अशोक विश्वकर्मा ने बताया कि इस जनगणना से वंचित और हाशिये पर रहे समुदायों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति स्पष्ट होगी, जिससे उन्हें लक्षित योजनाओं और आरक्षण का लाभ मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि यह कदम सामाजिक न्याय और समावेशी विकास की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
उन्होंने यह भी बताया कि जातीय जनगणना से देश की सामाजिक असमानताओं की वास्तविक तस्वीर सामने आएगी और इससे नीति निर्धारण में पारदर्शिता आएगी। यह जनगणना दो चरणों में कराई जाएगी—पहला चरण 1 अक्टूबर 2026 से और दूसरा 1 मार्च 2027 से शुरू होगा।