वाराणसी
लंका थाने की सूदखोरों से सांठगांठ ? पीड़ितों ने सीबीआई जांच की उठायी मांग

वाराणसी के लंका क्षेत्र में सूदखोरी का मामला गरमा गया है। मेदिनी सिंह, संतोष यादव और सूरज वर्मा नामक तीन पीड़ितों ने एक प्रेस वार्ता कर लंका थानाध्यक्ष और स्थानीय सूदखोर गिरोह के खिलाफ सनसनीखेज आरोप लगाए।
पीड़ितों का कहना है कि सूदखोर सुधीर राय और उसके सहयोगी उन्हें लगातार धमका रहे हैं। आरोप यह भी है कि लंका थानाध्यक्ष की मिलीभगत से पीड़ितों पर झूठे मुकदमे दर्ज करवा कर उत्पीड़न किया जा रहा है।
मेदिनी सिंह ने बताया कि लाखों रुपये ब्याज के नाम पर वसूलने के बावजूद उनकी गाड़ी जबरन कब्जे में ले ली गई। संतोष यादव का कहना है कि सुधीर राय ने जमीन के नाम पर 15 लाख रुपये लिए, लेकिन न तो पैसे लौटाए और न ही जमीन दी। सूरज वर्मा ने आरोप लगाया कि उन्होंने दो लाख रुपये लिए थे, लेकिन चार लाख लौटाने के बाद भी उन्हें सूदखोरों के उत्पीड़न से राहत नहीं मिली।
प्रेस वार्ता के दौरान पीड़ितों ने सीबीआई जांच की मांग करते हुए कहा कि लंका थानाध्यक्ष और सूदखोर गिरोह के बीच पैसों के लेन-देन की निष्पक्ष जांच जरूरी है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सुधीर राय के पास मौजूद पिस्टल की वैधता की भी जांच कराई जाए। पीड़ितों का साफ कहना है कि जब तक लंका थानाध्यक्ष पद पर बने रहेंगे, तब तक न्याय की उम्मीद नहीं की जा सकती।