गाजीपुर
बेमौसम बारिश से बढ़ी गर्मी की मार, जनजीवन प्रभावित

बहरियाबाद (गाजीपुर)। जिले में भीषण गर्मी के बीच बेमौसम बारिश ने मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल दिया है। जहां एक ओर लोगों को तेज धूप और उमसभरी गर्मी से थोड़ी राहत मिली, वहीं दूसरी ओर बारिश के तुरंत बाद बढ़ी धूप ने गर्मी को और विकराल बना दिया। इससे आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
बहरियाबाद और आसपास के गांवों में बीते दिनों हुई बारिश से कुछ देर के लिए तापमान में गिरावट जरूर आई, लेकिन इसके बाद उमस और भयंकर गर्मी ने लोगों की परेशानियां और बढ़ा दी हैं। खेतों और गलियों में जलभराव के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में आवागमन भी बाधित हो रहा है।
खेती को मिला मिला-जुला असर
जहां एक ओर कुछ फसलों को हल्की बारिश से पानी मिलकर लाभ हुआ है, वहीं दूसरी ओर खेतों में अधिक जलभराव के कारण फसलों की जड़ों के सड़ने का खतरा भी बढ़ गया है। आम और अन्य फलों की फसल को नुकसान पहुंचने की आशंका जताई जा रही है। बारिश के कारण आमों में दाग लगने और गिरने की घटनाएं सामने आई हैं।
बढ़ीं बीमारियां, बिजली भी बनी मुसीबत
मौसम के अचानक बदलाव से सर्दी, खांसी, जुकाम और वायरल बुखार जैसी मौसमी बीमारियों के मामले बढ़ रहे हैं। वहीं, जलभराव के चलते मच्छरों का प्रकोप भी तेज़ी से फैल रहा है, जिससे डेंगू और मलेरिया का खतरा मंडराने लगा है।
बारिश के दौरान कई स्थानों पर बिजली के तार टूटने से बिजली आपूर्ति भी प्रभावित हुई। कई गांवों में घंटों तक बिजली गुल रही, जिससे लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
यातायात भी बाधित, दुर्घटनाओं का खतरा
सड़कों पर पानी भरने से वाहन चालकों को परेशानी हुई। कई जगहों पर फिसलन के कारण बाइक और स्कूटर सवार दुर्घटनाग्रस्त हुए। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से जल निकासी की उचित व्यवस्था और सड़कों की मरम्मत की मांग की है।
कुल मिलाकर, गर्मी के इस मौसम में बेमौसम बारिश जनजीवन और खेती दोनों के लिए अधिकतर मामलों में नुकसानदायक साबित हो रही है। विशेषज्ञों ने चेताया है कि यदि यही स्थिति बनी रही, तो मौसमी चक्र के असंतुलन का व्यापक प्रभाव आगे भी देखने को मिल सकता है।