गाजीपुर
करंट से मौत के पीछे साजिश ? पत्नी ने लगाये गंभीर आरोप, दो पर मुकदमा दर्ज

गाजीपुर। करंट की चपेट में आकर लाइनमैन की मौत के मामले ने अब नया मोड़ ले लिया है। मृतक वीरेंद्र विश्वकर्मा की पत्नी इंद्रावती की तहरीर पर पुलिस ने दो संविदा बिजलीकर्मियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
19 मई को ड्यूटी के दौरान करंट लगने से झुलसे वीरेंद्र विश्वकर्मा की अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही मौत हो गई थी। अब इस मामले में मृतक की पत्नी ने गिरीश यादव और हरिवंश नामक संविदा कर्मियों पर धोखाधड़ी और लापरवाही से मौत का आरोप लगाया है।
इंद्रावती का आरोप है कि गिरीश यादव ने नौकरी पक्की करवाने के नाम पर उनसे दो लाख रुपये लिए थे। इसमें हरिवंश ने उसकी मदद की। आरोप है कि 31 मार्च को इंद्रावती के भाई संदीप ने गिरीश के खाते में 25,000 रुपये ट्रांसफर किए थे, जबकि दूसरे भाई ने 4 अप्रैल को 5,000 रुपये भेजे थे। शेष 1,70,000 रुपये इंद्रावती ने खुद कैश में दिए थे।
मृतक की पत्नी का कहना है कि जब उन्होंने पैसे वापस मांगे, तो गिरीश यादव ने जानबूझकर वीरेंद्र को खतरनाक काम में लगा दिया, जिससे उसकी मौत हो गई।
थाना अध्यक्ष केपी सिंह ने बताया कि गिरीश यादव और हरिवंश के खिलाफ आईपीसी की धारा 304ए (लापरवाही से मौत) और 420 (धोखाधड़ी) के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की गहन जांच की जा रही है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।