अपराध
नौकरी के नाम पर जालसाजी, फर्जी वेबसाइट से अभ्यर्थियों का डेटा चोरी कर रहे साइबर ठग

वाराणसी। साइबर अपराधी अब सरकारी परीक्षाओं के नाम पर अभ्यर्थियों को ठगने की नई चाल चल रहे हैं। बिहार सरकार के आधिकारिक नाम का दुरुपयोग कर एक फर्जी वेबसाइट बनाई गई है, जहां प्रतियोगी परीक्षाओं के रिजल्ट देखने के नाम पर निजी जानकारी मांगी जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, कई अभ्यर्थियों ने इस वेबसाइट पर अपना नाम, पता, मोबाइल नंबर और बैंकिंग डिटेल्स भरी, जिसके बाद उन्हें संदिग्ध नंबरों से फोन कॉल आने लगे। कुछ उम्मीदवारों ने इसे लेकर साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई है।
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती रिजल्ट को बनाया जालसाजी का जरिया
यह फर्जी वेबसाइट उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती 2023 के परीक्षा परिणाम को दिखाने का दावा कर रही है। अभ्यर्थियों से रजिस्ट्रेशन नंबर और जन्मतिथि दर्ज करने को कहा जा रहा है, जबकि असली परीक्षा परिणाम दिसंबर 2024 में जारी हुआ था।
पीड़ितों में भेलूपुर के सुमित चौधरी और नवीन सोनकर शामिल हैं, जिन्होंने बताया कि उन्हें अनजान नंबरों से कॉल कर नौकरी लगवाने की बात कही जा रही है। इसके अलावा, वेबसाइट पर भारतीय खाद्य निगम (FCI) समेत कई सरकारी पोर्टलों के फर्जी लिंक भी दिए गए हैं, जहां लॉगिन आईडी और पासवर्ड मांगे जा रहे हैं। इससे व्यक्तिगत और बैंकिंग डेटा चोरी होने का खतरा है।
संदिग्ध गिरफ्तार, साइबर ठगों का जाल फैला
भेलूपुर पुलिस ने बजरहीडा में एक संदिग्ध युवक को हिरासत में लिया, जो वर्चुअल नंबर और चोरी के मोबाइल का इस्तेमाल कर रहा था। इससे पहले भी वाराणसी साइबर पुलिस और एसटीएफ ने बिहार के ऐसे युवकों को गिरफ्तार किया था, जो टेलीग्राम और अन्य प्लेटफार्मों के जरिए यूपी पुलिस समेत कई परीक्षाओं के फर्जी रिजल्ट अपलोड कर निजी जानकारी चुराते थे।
सतर्क रहें, ठगी से बचें!
डीसीपी क्राइम प्रमोद कुमार ने अभ्यर्थियों को सतर्क रहने की सलाह दी है। सरकारी नौकरियों से जुड़ी किसी भी जानकारी के लिए केवल अधिकृत वेबसाइटों पर ही भरोसा करें। किसी भी अनजान वेबसाइट पर निजी या बैंकिंग डिटेल्स साझा न करें और संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराएं।