वाराणसी
बीएचयू में प्रोफेसर सिद्धार्थ सिंह को किया गया सम्मानित

वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के पालि और बौद्ध अध्ययन विभाग ने प्रो. सिद्धार्थ सिंह को नव नालंदा महाविहार, नालंदा के कुलपति के रूप में नियुक्त होने के उपलक्ष्य में एक सम्मान समारोह का आयोजन किया। प्रो. सिंह को संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के अधीन नव नालंदा महाविहार का कुलपति पाँच वर्षों के लिए नियुक्त किया गया है।
यह विश्वविद्यालय 1951 में भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद और प्रसिद्ध भिक्षु जगदीश कश्यप के प्रयासों से स्थापित हुआ था, जिसका उद्देश्य पालि और बौद्ध अध्ययनको संरक्षित करना है। समारोह में विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के आचार्यगण, शोधार्थी, स्नातक एवं परास्नातक के छात्र उपस्थित रहे। सभी ने प्रो. सिंह को पुष्पगुच्छ एवं उपहार भेंट कर सम्मानित किया और उनके प्रति अपनी शुभकामनाएं प्रकट कीं।
वक्ताओं ने आशा व्यक्त की कि प्रो. सिद्धार्थ सिंह अपने कुशल नेतृत्व से नव नालंदा महाविहार को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे, जिससे काशी हिन्दू विश्वविद्यालय का नाम भी गौरवान्वित होगा। विदित होकि प्रो. सिंह पालि विभाग से कुलपति के पद पर प्रतिष्ठित होने वाले प्रथम आचार्य हैं औरइससे पूर्व वह देश-विदेश में कई प्रतिष्ठित पदों को सुशोभित कर चुके हैं।
अपने वक्तव्य में प्रो.सिंह ने काशी और काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से प्राप्त शिक्षा और अनुभवों के प्रति कृतज्ञता प्रकट की। उन्होंने कहा कि वे अपने उसी ज्ञान और अनुभव का उपयोग करके बिना किसी भेदभाव के संस्थागत विकास के लिए कार्य करेंगे।
इस अवसर पर प्रो.लालजी, प्रो.ज्योति रोहिला, डॉ.राना, डॉ.बुद्धघोष, डॉ.शैलेंद्र, डॉ.बालेश्वर यादव, डॉ.राहुल मौर्य, डॉ.राहुल चतुर्वेदी, डॉ.अमित उपाध्याय, डॉ.राजेश सरकार, सहित बड़ी संख्या में देशी-विदेशी छात्र भी उपस्थित थे।