वाराणसी
छात्राओं ने सीखा पारम्परिक कजरी गायन

वाराणसी। श्री अग्रसेन कन्या महाविद्यालय के बुलानाला परिसर में सिडबी-स्पिक मैके के अंतर्गत चल रही छःदिवसीय कार्यशाला के दूसरे दिन बनारस घराने की विदुषी गायिका डॉ सुनंदा शर्मा ने राग मियां की तोड़ी की बारीकियों से छात्राओं को रूबरू कराया। उन्होंने बताया कि राग तोड़ी अपने कोमल और तीव्र स्वरों द्वारा ऐसा प्रभाव पैदा करता है कि भावना का सागर उमड़ पडता है। यह ‘मियां की तोडी’ के नाम से भी प्रचलित है। इसे शुद्ध तोड़ी या दरबारी तोड़ी भी कहा जाता है। तोडी का कोमल गंधार, कोमल रिषभ की तरफ झुका हुआ होता है अर्थात यह अति कोमल गंधार है।
उन्होंने छात्राओं को राग में सुरों का अभ्यास अलंकार के माध्यम से कराया साथ ही साथ पारंपरिक कजरी “बरसन लागी बदरिया रूम झूम के ” छात्राओं ने बड़े ही उत्साहपूर्वक सीखा। प्राचार्या प्रो मिथिलेश सिंह ने सभी का उत्साह वर्धन किया। कार्यशाला में संगीत गायन विभाग की डॉ अपर्णा शुक्ला, डॉ नीता दिसवाल, डॉ शिवानी शुक्ला, चेतना गुजराती सहित स्पिक मैके की ओर से डॉ शुभा सक्सेना, डॉ विभा सिंह, डॉ श्वेता सिंह, डॉ कविता, डॉ कंचन सिंह मौजूद रहें।