बलिया
पत्रकार के साथ एसएचओ की बर्बरता, जातिसूचक गाली और मारपीट का आरोप

एसएचओ पर एफआईआर की मांग को लेकर पत्रकारों ने सौंपा ज्ञापन
बलिया। जनपद के उभांव थाना क्षेत्र में एक पत्रकार के साथ पुलिस द्वारा अमानवीय व्यवहार और जातिसूचक शब्दों के प्रयोग का गंभीर मामला सामने आया है। राष्ट्रीय पत्रकार संघ भारत की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महिला विंग द्वारा जिला अधिकारी को ज्ञापन सौंपे जाने के बाद यह मामला सामने आया, जिसमें आरोप है कि उभांव थाना प्रभारी राजेंद्र सिंह ने पत्रकार चंदन कुमार की आईडी और मोबाइल फोन छीन लिया तथा बाल पकड़कर एक कमरे में ले जाकर डंडों से बेरहमी से पीटा।
बताया गया कि मऊ जिले के राष्ट्रीय पत्रकार संघ भारत के जिला सह-संयोजक चंदन कुमार अपने एक रिश्तेदार के जमीन विवाद में मदद के लिए उभांव थाना पहुंचे थे। वहां उन्होंने लगभग पांच घंटे तक इंतजार किया लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं की गई। पत्रकार चंदन कुमार के अनुसार, थाना प्रभारी अपने दोस्तों के साथ पार्टी मना रहे थे और फरियादी को घंटों बाहर बैठाकर नजरअंदाज किया गया।
काफी देर तक न्याय न मिलने पर जब पत्रकार ने विनम्रता से एसएचओ राजेंद्र सिंह से निवेदन किया कि वह मऊ से लंबी दूरी तय कर आए हैं और जल्द सुनवाई की जरूरत है, तो इससे नाराज होकर एसएचओ और अन्य पुलिसकर्मियों ने पत्रकार को अंदर बुलाकर लाठी-डंडों, लात-घूसों से बुरी तरह पीटा। पत्रकार ने यह भी आरोप लगाया कि उनके हाथ में देसी कट्टा थमाकर उन्हें अपराधी साबित करने की कोशिश की गई और 151 धारा में चालान कर दिया गया।
घटना से आहत पत्रकारों ने बलिया जिलाधिकारी और डिप्टी एसपी को ज्ञापन सौंपकर दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग की है। इस मौके पर मऊ से आये दर्जनों पत्रकारों के साथ बलिया जिले के पत्रकार भी मौजूद रहे। पत्रकार संगठनों ने पुलिस की इस बर्बरता की निंदा करते हुए इसे लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला बताया है।