अपराध
Patna : अस्पताल हत्याकांड में शूटर सहित आठ गिरफ्तार, सात पुलिसकर्मी सस्पेंड

कोलकाता/पटना। चंदन मिश्रा हत्याकांड में बिहार एसटीएफ, बंगाल पुलिस और पटना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में बड़ी सफलता मिली है। शनिवार शाम को कोलकाता के अलग-अलग इलाकों में छापेमारी कर शूटर तौसीफ उर्फ बादशाह, उसके मौसेरे भाई नीशू खान, सचिन सिंह, हर्ष उर्फ हरीश कुमार, भीम कुमार और एक महिला अल्पना दास समेत 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया। आरोपितों पर चंदन मिश्रा की हत्या के बाद पटना से कोलकाता भगाने, हथियार उपलब्ध कराने और पूरी साजिश में शामिल होने का आरोप है। बादशाह के परिजनों ने ही पुलिस को इनके कोलकाता भागने की जानकारी दी थी।
पकड़े गए शूटरों में तौसीफ उर्फ बादशाह, मोनू, बलवंत, अभिषेक और नीलेश का नाम सामने आया है। सूत्रों के अनुसार कोलकाता में गिरफ्तार इन आरोपितों को ट्रांजिट रिमांड पर पटना लाया जाएगा। पुलिस ने छह अन्य को भी हिरासत में लिया है। संभावना है कि पटना पुलिस रविवार को चंदन मिश्रा हत्याकांड का खुलासा कर देगी।
पुलिस पर गिरी गाज, 2 एसआई और 4 एएसआई समेत कई निलंबित
इस हत्याकांड में पुलिस की लापरवाही उजागर होने पर शास्त्रीनगर थाना के एक एसआई, दो एएसआई और दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया। वहीं, सचिवालय थाना के एएसआई और गर्दनीबाग थाना के एएसआई को भी ड्यूटी में लापरवाही के कारण निलंबन का सामना करना पड़ा।
हत्या से पहले कराई गई थी रेकी
पुलिस जांच में सामने आया है कि हत्या से पहले हर्ष ने शूटरों को पारस अस्पताल ले जाकर चंदन मिश्रा के कमरे की रेकी कराई थी। कमरा नंबर 209 दिखाकर अस्पताल के भीतर और बाहर निकलने के रास्ते भी बताए गए। नीशू ने शूटरों को अपने घर में शरण दी थी। जानकारी के अनुसार नीशू खुद घायल और लकवाग्रस्त है और घटना के बाद फरार हो गया था।
एडीजी कुंदन कृष्णन ने माफी मांगी

उधर, एडीजी मुख्यालय कुंदन कृष्णन के बयान पर विवाद बढ़ने के बाद उन्होंने शनिवार को सोशल मीडिया पर माफी मांगी। कुछ दिन पहले उन्होंने कहा था कि अप्रैल से जून के बीच किसानों के पास काम नहीं होता, इसलिए अपराध बढ़ते हैं। इस बयान की आलोचना होने पर उन्होंने सफाई दी कि मेरा मतलब किसानों से नहीं था। अपराधी का कोई जाति-धर्म नहीं होता, अगर मेरे बयान से किसानों को ठेस पहुंची हो तो मैं क्षमा प्रार्थी हूं। मेरे पूर्वज भी किसान थे और मैं खेती से जुड़ा हूं।
लड़की को लेकर हुआ था चंदन और शेरू के बीच विवाद
पुलिस सूत्रों के मुताबिक चंदन मिश्रा और पुरुलिया जेल में बंद शेरू के बीच एक लड़की को लेकर विवाद था। 13 जुलाई को शेरू ने जेल से चंदन को कॉल कर धमकी दी थी। दोनों के बीच तीखी बहस हुई और जान से मारने की धमकी दी गई। इससे पहले भी जब चंदन अपने पिता को एम्स दिखाने आया था, तब भी उसकी हत्या की कोशिश की गई थी, लेकिन भीड़भाड़ के कारण शूटरों ने गोली नहीं चलाई।
छापेमारी का दायरा बढ़ा
इस केस में बिहार, बंगाल, झारखंड और यूपी में भी पुलिस की टीमें छापेमारी कर रही हैं। पटना पुलिस जल्द ही पूरे मामले का पर्दाफाश करने की तैयारी में है।