वाराणसी
कबीर प्राकट्य स्थली लहरतारा में काशियाना फाउंडेशन ने गांधी जी को दी श्रद्धांजलि

वाराणसी। कबीर प्राकट्य स्थली लहरतारा में काशियाना फाउंडेशन ने श्रद्धांजलि सभा व राष्ट्रीय संगोष्ठी विषयक नशामुक्त भारत (गांधी जी की परिकल्पना) कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम की शुरुआत गांधी जी को पुष्प अर्पित कर व वैष्णव जन गायन से हुई। इसके बाद गांधी जी के विचार एवं उनके नशामुक्त भारत के लिए वृहद चर्चा हुई। गांधी जी की परिकल्पना भारत को समृद्ध सशक्त व नशामुक्त बनाने की थी।
इस दौरान मुख्य अतिथि सीआईएसएफ कमांडेंट अजय, कुलसचिव आर.के.उपाध्याय, डॉ उत्तम ओझा प्रदेश संयोजक दिव्यांग प्रकोष्ठ, महंत गोविंद दास शास्त्री, राष्ट्र नशामुक्ति एव पुनर्वास समिति सदस्य सुमित सिंह, भारत सरकार (संस्थापक -काशियाना फाउंडेशन) रीता सिंह थी।कार्यक्रम का संचालन सुमित सिंह संस्थापक काशियाना फाउंडेशन व धन्यवाद भावेश सेठ ने किया। तिब्बती विश्वविद्यालय पू. कुलसचिव आरके उपाध्याय ने कहा कि गांधी जी एक व्यक्ति नहीं विचार है उनके दर्शन को समझने हेतु हमे स्वयं सत्य अहिंसा के मार्ग पर चलना होगा।
डीआईजी-सीआईएसएफ अजय ने कहा कि गांधी जी चम्पारण यात्रा के दौरान भारत को नशे से आजाद होने के लिए कहा था।उसी विचार को सामाजिक संस्था काशियाना फाउंडेशन चरितार्थ कर रही है, मैं साधुवाद देता हूं,काशियाना फाउंडेशन व उनकी टीम को।
डॉ उत्तम ओझा ने कहा कि गांधी और गांधी के विचार को समझने के लिए हमें गांधी दर्शन को पढ़ना होगा एवं गांधी जी की परिकल्पना नशामुक्ति के लिए भारत को सशक्त और समृद्ध बनाएगा।
महंत कबीर मठ लहरतारा गोविंद दास शास्त्री ने कहा कि गांधी के विचार कबीर से ओत प्रोत थे।गांधी जी ने भारत को नशामुक्ति करने हेतु तमाम कार्यक्रम किये जो कबीर के विचार से ओत प्रोत थे।
काशियाना फाउंडेशन के सुमित सिंह ने कहा कि हमारी संस्था काशियाना फाउंडेशन का संकल्प है कि भारत जब आजादी का शताब्दी वर्ष मनाएगा भारत को नशामुक्त करके विश्वगुरु बनाने में अग्रसर रहेगा। नशामुक्ति सिर्फ़ गांधी ही नहीं बल्कि बुद्ध, श्री कृष्ण व महावीर कि भी परिकल्पना थी। आज भारत सहित पूरे विश्व का युवा नशे की बेड़ियों में जकड़ चुका है। इससे निदान पाने के ये हमारे युवाओं की टोली देशव्यापी आंदोलन कर रही है।
इस दौरान धनंजय,बृजेश, देवेस,अक्षय,रौनक,मनीष,आशीष, सत्यम आदि संस्था के सदस्य उपस्थित रहें।