गाजीपुर
रमजान में खजूर खाकर ही क्यों खोला जाता है रोजा ?
बहरियाबाद (गाजीपुर)। रमजान के दौरान इफ्तार के समय रोजा खोलने के लिए खजूर का सेवन सुन्नत माना जाता है। यह न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत लाभकारी है। खजूर में प्राकृतिक शर्करा, फाइबर, पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम और एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, जो शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करने के साथ-साथ पाचन तंत्र को भी मजबूत बनाते हैं।
रोजा खोलते समय सबसे पहले पानी पीना चाहिए, जिससे शरीर हाइड्रेट रहता है और पाचन प्रक्रिया सुचारु होती है। इसके बाद ताजे फल जैसे तरबूज, खरबूजा, केला और हल्का सूप लेना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है।
अजवा खजूर, जो सऊदी अरब के मदीना क्षेत्र में उगाया जाता है, अपने अनूठे स्वाद और उच्च पोषण मूल्य के लिए प्रसिद्ध है। यह गहरे भूरे या काले रंग का होता है और इसमें मौजूद पोटेशियम रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक होता है।
रमजान के पवित्र महीने में क्षेत्र के व्यापारियों ने रोजेदारों के लिए विभिन्न प्रकार के खजूर उपलब्ध कराए हैं, ताकि हर मुसलमान भाई आसानी से सुन्नत अदा कर सके। दुनिया भर में मुस्लिम समुदाय रमजान के दौरान खजूर से रोजा खोलने की परंपरा का पालन करते हैं, जिससे न केवल उनकी आस्था मजबूत होती है बल्कि स्वास्थ्य को भी संपूर्ण लाभ मिलता है।