वाराणसी
श्रावण मास 2025 की तैयारियों को लेकर काशी विश्वनाथ धाम में बैठक सम्पन्न

काशी विश्वनाथ धाम स्थित सभागार में आज श्रावण मास 2025 की तैयारियों को लेकर उच्चस्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में आयुक्त वाराणसी मण्डल एस. राजलिंगम और पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल की अध्यक्षता में विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
इस वर्ष श्रावण मास 11 जुलाई से प्रारंभ होकर 9 अगस्त (पूर्णिमा) तक चलेगा। बैठक में जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार, मंदिर ट्रस्ट के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी निखिलेश कुमार मिश्र, डिप्टी कलेक्टर शम्भू शरण, विशेष कार्याधिकारी उमेश कुमार सिंह, नायब तहसीलदार मिनी एल शेखर, नगर और प्रोटोकॉल के अपर जिलाधिकारी, सीआरपीएफ की 95वीं बटालियन और एनडीआरएफ की 11वीं बटालियन के कमांडेंट समेत अन्य अधिकारी शामिल रहे।
बैठक में श्रावण मास में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पेयजल, चिकित्सा सुविधा, भीड़ प्रबंधन, पीए सिस्टम, दर्शन व्यवस्था, दिव्यांगों और वृद्धों के लिए ई-रिक्शा, पार्किंग, स्वच्छता, और सुरक्षा जैसे बिंदुओं पर समन्वित कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। सीसीटीवी कैमरे, विद्युत उपकरणों की जांच और गलियों में लटकते तारों को व्यवस्थित करने के भी निर्देश दिए गए।
मंदिर प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए धाम परिसर में जिगजैग बैरिकेडिंग के ऊपर और नीचे बैरिकेड लॉग लगवाए जा रहे हैं ताकि भीड़ के दबाव को नियंत्रित किया जा सके। इंडस्ट्रियल एयर कूलर से श्रद्धालुओं को गर्मी से राहत देने की व्यवस्था की जा रही है। पूरे परिसर में शीतल जल और ओआरएस का भी प्रबंध रहेगा।काशीवासियों के लिए हर रोज सुबह 4 से 5 और शाम 4 से 5 बजे तक झांकी दर्शन की विशेष सुविधा दी जाएगी।
जो श्रद्धालु किसी कारणवश धाम नहीं पहुंच सकते, उनके लिए लाइव दर्शन की व्यवस्था मंदिर की वेबसाइट, यूट्यूब चैनल और टाटा स्काई पर की गई है। श्रावण सोमवार को अनुमानित 9 से 10 लाख श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना को देखते हुए मंदिर प्रशासन को विशेष अपील जारी करने को कहा गया है कि श्रद्धालु खाली पेट कतार में न लगें, ताकि स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर न पड़े।

साथ ही, मंदिर में प्रवेश से पूर्व प्रतिबंधित वस्तुएं जैसे मोबाइल, स्मार्ट वॉच, ईयरफोन, तंबाकू, नशे की वस्तुएं, कॉस्मेटिक, बड़े बैग आदि को अपने होटल या घर पर छोड़कर ही आएं, जिससे दर्शन व्यवस्था बाधित न हो।बैठक से पूर्व आयुक्त ने धाम परिसर का व्यापक निरीक्षण किया और बची हुई तैयारियों को शीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश दिए। मंदिर प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए समस्त तैयारियां लगभग पूर्ण कर ली गई हैं