वाराणसी
आशा फार्मेसी कॉलेज में दवाओं के प्रभाव और करियर संभावनाओं पर विशेषज्ञों ने की चर्चा

वाराणसी। आशा फार्मेसी कॉलेज में एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों को फार्मेसी क्षेत्र से जुड़ी बारीकियों की जानकारी दी गई। कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक दीप प्रज्वलन के साथ हुई। मुख्य अतिथि के रूप में आईएमएस बीएचयू के फार्माकोलॉजी विभाग के प्रोफेसर बृजेश कुमार और फार्माकोविजिलेंस एसोसिएट अवधेश कुमार यादव उपस्थित रहे।
प्रोफेसर बृजेश कुमार ने छात्रों को दवाओं की कार्यप्रणाली के वैज्ञानिक आधार पर विस्तार से बताया और उन्हें फार्मेसी में करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने छात्रों को फार्मास्यूटिकल रिसर्च और क्लिनिकल एप्लिकेशन के महत्व को समझाया। वहीं अवधेश कुमार यादव ने फार्माकोविजिलेंस की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि दवाओं के दुष्प्रभावों की जानकारी देना समाज के लिए पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराने जैसा है, जिससे कई लोगों की जान बच सकती है। उन्होंने नकली दवाओं से बचने और सतर्क रहने की भी हिदायत दी।
कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. एसके राय ने मुख्य अतिथियों को बुके भेंट कर सम्मानित किया और छात्रों को फार्माकोविजिलेंस की वर्तमान आवश्यकता और इसकी उपयोगिता के बारे में जानकारी दी। आशा एजुकेशनल ग्रुप के निदेशक सुरेंद्र नाथ सिंह ने ऐसे ज्ञानवर्धक सेमिनारों के आयोजन की निरंतरता बनाए रखने का आश्वासन दिया।
कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसे संस्था की ओर से ऋतुराज त्रिपाठी ने प्रस्तुत किया। इस अवसर पर राजन उपाध्याय, विजय सिंह, साकेत यादव, मुकेश यादव, साक्षी मिश्रा, गीतांजलि मिश्र, महजबी बानो, आकांक्षा उपाध्याय, स्वाति सिंह सहित सभी अध्यापकगण एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।