वाराणसी
पोस्ट ऑफिस का बाबू फर्जी सर्टिफिकेट घोटाले में गिरफ्तार

वाराणसी के प्रधान डाकघर में कार्यरत एक बाबू को फर्जी प्रमाणपत्र तैयार कराने के गंभीर आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बुधवार को आरोपी को उसके आवास से दबोच लिया। जांच के दौरान उसके पास से कई फर्जी दस्तावेज बरामद हुए हैं।
कैंट थाना पुलिस की कार्रवाई
जानकारी के अनुसार, आरोपी दीपक प्रसाद मूल रूप से बलिया जनपद के हल्दी थाना क्षेत्र के मझौआ गांव का निवासी है और वर्तमान में पांडेयपुर, दौलतपुर का रहने वाला है। वह नदेसर स्थित प्रधान डाकघर में बड़े बाबू के पद पर तैनात था। कैंट थाना प्रभारी राजकुमार शर्मा के नेतृत्व में पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया।
जांच में हुआ बड़ा खुलासा
तहसील सदर को प्राप्त प्रमाणपत्रों की सत्यापन प्रक्रिया के दौरान अधिकारियों को शक हुआ। जब इनकी जांच कराई गई तो सामने आया कि दीपक प्रसाद ने कई फर्जी प्रमाणपत्र तैयार कर तहसील को भेजे थे। आरोप है कि वह जनसेवा केंद्रों के माध्यम से सेटिंग कर फर्जी प्रमाणपत्र तैयार करता था और इसके एवज में मोटी रकम वसूलता था।
मजिस्ट्रेट के आदेश पर मुकदमा दर्ज
अपर नगर मजिस्ट्रेट (वित्त) के आदेश पर वरिष्ठ सहायक राजकुमार वर्मा ने इसकी तहरीर दी, जिसके आधार पर मुकदमा दर्ज कर आरोपी को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में पुलिस को कई अहम सुराग मिले हैं और आरोपी के करीबी लोगों से भी पूछताछ की जा रही है।
प्रशासन सख्त, आगे और गिरफ्तारियों की संभावना
इस मामले को लेकर प्रशासन सख्त है और यह आशंका जताई जा रही है कि इसमें और भी लोग शामिल हो सकते हैं। पुलिस और तहसील प्रशासन संयुक्त रूप से इस घोटाले की तह तक जाने की कोशिश में जुटा है।