वाराणसी
एफआईआर और धमकी से डर हाईस्कूल के छात्र ने लगायी फांसी

वाराणसी के लालपुर इलाके में 10वीं के छात्र संदीप यादव ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि एक मामूली मारपीट के मामले में एफआईआर दर्ज होने और धमकी मिलने से वह बेहद डरा हुआ था। छात्र गाजीपुर जिले के धामूपुर का रहने वाला था और अपनी मां व छोटे भाई के साथ वाराणसी में रहकर पढ़ाई करता था।
संदीप सारनाथ स्थित सेंट जेवियर्स स्कूल में पढ़ाई करता था और भोजूबीर स्थित ‘फिजिक्स वाला’ कोचिंग संस्थान में ट्यूशन लेता था। 11 जून को उसका कुछ छात्रों के साथ अर्दली बाजार में झगड़ा हो गया था। इसके बाद शिवपुर की रहने वाली प्रियंका सिंह ने कैंट थाने में एफआईआर दर्ज कराई, जिसमें संदीप समेत चार छात्रों के खिलाफ मारपीट का आरोप लगाया गया।
एफआईआर दर्ज होने के बाद संदीप कई बार थाने गया और अपनी सफाई देने की कोशिश की। उसने क्रॉस एफआईआर के लिए भी आवेदन दिया, लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई। कोचिंग में भी उसे धमकियां दी जा रही थीं। पुलिस की एकतरफा कार्रवाई और मदद न मिलने से वह मानसिक तनाव में आ गया और सोमवार देर शाम अपने किराए के कमरे में पंखे से लटक कर जान दे दी।
घटना की जानकारी तब हुई जब उसकी मां ने सुबह दरवाजा खोला। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा और मणिकर्णिका घाट पर अंतिम संस्कार किया गया।
मां रीमा यादव का कहना है कि अगर पुलिस चाहती तो एनसीआर दर्ज करके बच्चों को समझाकर मामला सुलझाया जा सकता था। लेकिन एकतरफा एफआईआर और धमकी के कारण उनका बेटा डर में जी रहा था और अब दुनिया छोड़कर चला गया।
इस मामले में सीओ कैंट से संपर्क की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया। परिजनों की मांग है कि इस मामले में निष्पक्ष जांच हो और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।