वाराणसी
चांदी के गजरथ पर विराजमान भगवान सूपार्श्वनाथ की शोभायात्रा में उमड़ा आस्था का सैलाब

वाराणसी। भगवान सूपार्श्वनाथ की जन्म जयंती के पावन अवसर पर भेलूपुर स्थित दिगंबर जैन मंदिर से एक भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया गया, जिसने पूरे शहर को आध्यात्मिक उल्लास से भर दिया। चांदी से निर्मित विशाल गजरथ पर भगवान सूपार्श्वनाथ के दिव्य स्वरूप को विराजमान कर जब शोभायात्रा निकली, तो सम्पूर्ण मार्ग पर श्रद्धालुओं ने भावविभोर होकर पुष्प वर्षा की और जयघोषों से वातावरण को गुंजायमान कर दिया।
यह शोभायात्रा भेलूपुर से प्रारंभ होकर रविंद्रपुरी, शिवाला होते हुए छेदीलाल दिगंबर जैन मंदिर पर पहुंचकर संपन्न हुई। मंदिर प्रांगण में विश्व शांति हेतु 1008 स्वर्ण एवं रजत कलशों से भगवान सूपार्श्वनाथ का पंचामृत अभिषेक विधिपूर्वक किया गया। इस दिव्य अनुष्ठान में जल, चंदन, अक्षत, पुष्प, दीप, धूप, फल एवं अर्घ्य समर्पण के साथ भगवान की भक्ति भाव से पूजा की गई।
पूजन अवसर पर “शांति पाठ” एवं स्तुति पाठ जैसे – मुख शशि उनहारी, शील गुण संयम धारी, लखन 108 बिराजे, शांति जीनेश शांति सुखदाई जैसे भक्ति गीतों ने माहौल को भक्तिमय बना दिया। भजन “एक दिन जब मौत की शहजादी आएगी ना सोना काम आएगा, ना चांदी काम आएगी” और “तुमसे लागी लगन ले लो अपनी शरण पारस प्यारा” ने जनसमूह को भावविभोर कर दिया।
पूजा का संचालन अरुण कुमार जैन एवं प्रदीप कुमार जैन द्वारा किया गया, जबकि शोभायात्रा का सफल संचालन दिगंबर जैन समाज काशी के उपाध्यक्ष राकेश जैन एवं संजय जैन ने किया। शोभायात्रा का नेतृत्व प्रधानमंत्री प्रदीप चंद जैन तथा समाज मंत्री विनोद कुमार जैन ने किया।
इस अवसर पर मंत्री आलोक कुमार जैन, संरक्षक विनय कुमार जैन, अनिल कुमार जैन, पंडित फूलचंद जैन प्रेमी, प्रशांत जैन, सुरेंद्र कुमार जैन, प्रमिला सांवरिया, आशा जैन सहित समाज के अनेक गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे।