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गाजीपुर

करीमुद्दीनपुर में एक साल से बिना डॉक्टर के चल रहा आयुर्वेदिक चिकित्सालय

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फार्मासिस्ट महेंद्र के भरोसे मरीजों को मिल रही चिकित्सा सेवा

करीमुद्दीनपुर (गाजीपुर)। स्थानीय राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय लगभग एक वर्ष से बिना डॉक्टर के संचालित हो रहा है। इस समय मरीजों को चिकित्सालय में फार्मासिस्ट महेंद्र के भरोसे ही चिकित्सा सेवाएं मिल रही हैं। अधिकांश मरीज बड़ी उम्मीदों के साथ चिकित्सालय पहुंचते हैं, लेकिन यहाँ सामान्य औषधियाँ ही उपलब्ध होती हैं और फिर वे इलाज के बिना वापस लौट जाते हैं।

करीब एक साल पहले, डॉ. शिखा गुप्ता इस चिकित्सालय में कार्यरत थीं और उस समय मरीजों की अच्छी संख्या आती थी। वे उचित दवाइयाँ उपलब्ध कराती थीं, जिससे रोगियों को राहत मिलती थी। लेकिन अब चिकित्सालय में डॉ. शिखा गुप्ता के स्थान पर फार्मासिस्ट महेंद्र को ही चिकित्सा सेवाओं का प्रभार सौंपा गया है।

फार्मासिस्ट महेंद्र ने बताया कि जो दवाइयाँ उपलब्ध हैं उन्हीं से वे मरीजों का इलाज कर रहे हैं लेकिन वे किसी भी गंभीर समस्या का इलाज करने में असमर्थ हैं।

इसी के साथ, क्षेत्रीय जनता ने प्रशासन से आग्रह किया है कि जनहित को ध्यान में रखते हुए शीघ्र एक योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक (वैद्य) की नियुक्ति की जाए। उनके अनुसार, यह कदम विशेष रूप से कमजोर वर्ग के मरीजों के लिए महत्वपूर्ण होगा, जो अच्छे इलाज के लिए चिकित्सालय पर निर्भर हैं।

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स्थानीय निवासियों का कहना है कि यदि चिकित्सक की नियुक्ति नहीं की जाती है, तो उनकी चिकित्सा व्यवस्था और स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

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