मिर्ज़ापुर
मानवाधिकार संगठन और हॉकर्स फेडरेशन ने जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन, दोषियों के खिलाफ सजा की मांग

मिर्जापुर। जनपद में शुक्रवार को भारतीय मानवाधिकार संगठन और नेशनल हॉकर्स फेडरेशन के प्रतिनिधिमंडल ने नगर मजिस्ट्रेट के माध्यम से जिलाधिकारी को दो महत्वपूर्ण ज्ञापन सौंपे। इन ज्ञापनों के माध्यम से प्रतिनिधियों ने दो गंभीर मुद्दों—पहलगाम में एक निर्दोष पर्यटक की हत्या और मड़िहान में प्रस्तावित थर्मल पावर प्रोजेक्ट—पर अपनी गहरी चिंता और आक्रोश व्यक्त किया।
पहला ज्ञापन – पहलगाम हत्याकांड की निंदा:
भारतीय मानवाधिकार संगठन ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में एक निर्दोष पर्यटक की हत्या को मानवता पर एक काला धब्बा करार देते हुए इस कृत्य की कठोर निंदा की। संगठन ने राष्ट्रपति महोदय को संबोधित ज्ञापन में हत्या के दोषियों के खिलाफ कठोरतम सजा सुनिश्चित करने की मांग की और राज्य में शांति, सौहार्द तथा भाईचारे को बहाल करने के लिए प्रभावी कदम उठाने का आग्रह किया।
दूसरा ज्ञापन – मड़िहान में प्रस्तावित थर्मल पावर प्रोजेक्ट का विरोध:
नेशनल हॉकर्स फेडरेशन, मिर्जापुर ने मड़िहान क्षेत्र में प्रस्तावित अदानी समूह के थर्मल पावर प्रोजेक्ट के खिलाफ अपनी गंभीर चिंताओं को व्यक्त किया। ज्ञापन में बताया गया कि इस परियोजना से क्षेत्र में वायु, जल और भूमि प्रदूषण बढ़ने की आशंका है, जो श्वसन रोग, त्वचा समस्याएं, जलस्रोतों का प्रदूषण, जैवविविधता में कमी और कृषि भूमि के नुकसान का कारण बन सकता है। इसके अलावा, परियोजना का प्रभाव मां विंध्यवासिनी धाम के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व पर भी पड़ सकता है, जो पर्यटन और क्षेत्रीय परंपराओं को नुकसान पहुंचा सकता है।
मुख्य मांगें:
1. थर्मल पावर प्रोजेक्ट को तत्काल रद्द किया जाए।
2. परियोजना का स्वतंत्र वैज्ञानिक और पर्यावरणीय मूल्यांकन कराया जाए।
3. सौर और पवन ऊर्जा जैसे वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों को प्राथमिकता दी जाए।
4. स्थानीय समुदाय, संगठनों और विशेषज्ञों से समुचित परामर्श के बाद ही कोई निर्णय लिया जाए।
5. मिर्जापुर को “हरित और सुरक्षित जिला” के रूप में घोषित किया जाए।
दोनों संगठनों ने स्पष्ट किया कि वे देश की एकता, मानवाधिकारों की रक्षा, जनस्वास्थ्य और पर्यावरण संरक्षण के लिए सतत सक्रिय रहेंगे और प्रशासन को हरसंभव सहयोग प्रदान करने के लिए तैयार हैं।
इस अवसर पर एडवोकेट सुरेश कुमार त्रिपाठी, एडवोकेट मनीष सिंह, एडवोकेट स्मृति गुप्ता, एडवोकेट जंग बहादुर, एडवोकेट वेंकटेश कुमार राय सहित कई अन्य सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे।