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नौ महीने बाद धरती पर लौटी सुनीता विलियम्स

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अंतरिक्ष से पृथ्वी पर हुई सुरक्षित वापसी

वाशिंगटन। भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर 9 महीने बाद आज बुधवार को धरती पर वापस आ गए हैं। सभी अंतरिक्ष यात्रियों ने धरती पर सफल लैंडिंग कर ली है। उनकी वापसी की यात्रा और प्रक्रिया एक लंबी और जटिल स्थिति का परिणाम थी, जिसमें तकनीकी खामियों और वैकल्पिक योजनाओं की भूमिका रही।

कब और कैसे लौटीं सुनीता विलियम्स?
सुनीता विलियम्स 19 मार्च 2025 को भारतीय समयानुसार सुबह लगभग 3:27 बजे धरती पर लौटीं। उनकी लैंडिंग अमेरिका के फ्लोरिडा तट के पास मैक्सिको की खाड़ी में समुद्र की सतह पर हुई। यह समय नासा द्वारा पहले से अनुमानित था, और उनकी वापसी की लाइव कवरेज भी उपलब्ध कराई गई थी।

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कैसे शुरू हुआ उनका मिशन?

सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर 5 जून 2024 को बोइंग के स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान से ISS के लिए रवाना हुए थे। यह मिशन बोइंग स्टारलाइनर का पहला चालक दल परीक्षण (Crew Test Flight) था, जिसका उद्देश्य केवल 8 से 10 दिनों तक ISS पर रहना और फिर वापस लौटना था। लेकिन मिशन के दौरान स्टारलाइनर में कई तकनीकी समस्याएं सामने आईं, जिसके कारण उनकी वापसी में देरी होती चली गई।

क्या हुआ स्टारलाइनर के साथ?
स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान में उड़ान के दौरान हीलियम रिसाव और थ्रस्टर (प्रणोदन प्रणाली) में खराबी की समस्याएं पाई गईं। ये खामियां इतनी गंभीर थीं कि नासा और बोइंग ने इसे अंतरिक्ष यात्रियों के साथ वापसी के लिए असुरक्षित माना। कई कोशिशों के बावजूद इन समस्याओं को ठीक नहीं किया जा सका। नतीजतन, अगस्त 2024 में स्टारलाइनर को बिना चालक दल के धरती पर वापस लाया गया, और सुनीता विलियम्स व बुच विल्मोर ISS पर ही रह गए।

वैकल्पिक योजना और स्पेसएक्स की भूमिका
स्टारलाइनर की विफलता के बाद नासा ने स्पेसएक्स की मदद ली। स्पेसएक्स का ड्रैगन अंतरिक्ष यान, जो क्रू-9 मिशन का हिस्सा था, सुनीता और बुच को वापस लाने के लिए तैयार किया गया। क्रू-9 मिशन में चार अंतरिक्ष यात्री शामिल थे—नासा के निक हेग और रूसी कॉस्मोनॉट अलेक्जेंडर गोर्बुनोव सहित—जिनमें से दो सीटें सुनीता और बुच के लिए खाली रखी गई थीं। यह अंतरिक्ष यान ISS से 18 मार्च 2025 को भारतीय समयानुसार सुबह 8:15 बजे के आसपास रवाना हुआ और लगभग 19 घंटे की यात्रा के बाद धरती पर पहुंचा।

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वापसी की प्रक्रिया
18 मार्च को ड्रैगन अंतरिक्ष यान की हैच बंद करने की प्रक्रिया शुरू हुई, जिसे नासा ने लाइव दिखाया। इसके बाद यान ISS से अलग हुआ। अंतरिक्ष यान ने पृथ्वी की कक्षा में प्रवेश किया और फ्लोरिडा के तट की ओर बढ़ा।

इसके बाद 19 मार्च को सुबह 3:27 बजे (IST), ड्रैगन कैप्सूल समुद्र में पैराशूट की मदद से सुरक्षित उतरा। इसे “स्पलैशडाउन” कहा जाता है। लैंडिंग के बाद, चारों अंतरिक्ष यात्रियों—सुनीता विलियम्स, बुच विल्मोर, निक हेग, और अलेक्जेंडर गोर्बुनोव—को कैप्सूल से सुरक्षित बाहर निकाला गया।

लैंडिंग के तुरंत बाद, सभी अंतरिक्ष यात्रियों को मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया। अगले 45 दिनों तक वे नासा की मेडिकल टीम की निगरानी में रहेंगे, ताकि अंतरिक्ष में लंबे समय तक रहने के प्रभावों का अध्ययन किया जा सके।

अंतरिक्ष में क्या किया?
9 महीने (लगभग 286 दिन) तक ISS पर रहते हुए, सुनीता और बुच ने कई वैज्ञानिक प्रयोग किए। इनमें पौधों को पानी देना, माइक्रोग्रैविटी के प्रभावों को समझने के लिए अल्ट्रासाउंड स्कैन, और अन्य शोध शामिल थे। सुनीता ने 900 से अधिक घंटे रिसर्च में बिताए और पृथ्वी के 4,577 चक्कर पूरे किए। उन्होंने इस दौरान सकारात्मक रवैया बनाए रखा और कहा कि वे अंतरिक्ष में “फंसे” नहीं थे, बल्कि अपने मिशन का आनंद ले रहे थे।

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वापसी का ऐतिहासिक महत्व
सुनीता विलियम्स की यह यात्रा उनके करियर की तीसरी लंबी अंतरिक्ष यात्रा थी। इससे पहले वे 2006 और 2012 में भी ISS पर लंबे समय तक रह चुकी हैं। इस मिशन ने न केवल उनकी सहनशक्ति को दिखाया, बल्कि नासा और स्पेसएक्स के बीच सहयोग की मजबूती को भी उजागर किया। उनकी वापसी को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी महत्वपूर्ण माना, जिन्होंने एलन मस्क को इस मिशन की सफलता का जिम्मा सौंपा था।

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