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सुकमा-बीजापुर सीमा पर मिला नक्सलियों की हथियार फैक्ट्री का अंडरग्राउंड ठिकाना

छत्तीसगढ़। सुकमा और बीजापुर के बार्डर क्षेत्र में सुरक्षा बलों को एंटी नक्सल ऑपरेशन के दौरान बड़ी सफलता मिली है। इस दौरान नक्सलियों द्वारा बनाई गई एक सुरंग का पता चला, जिसमें बम और बंदूकें बनाने की पूरी फैक्ट्री मौजूद थी। सुरंग सुकमा और बीजापुर के बीच स्थित तुमरेल और तलपेरु इलाके में नदी के किनारे मिली।
सुरंग में पुलिस को कई प्रकार की लेथ मशीनें और बम बनाने का सामान मिला। इसके अलावा, कांच की बोतलों में बने बम भी बरामद हुए हैं। नक्सली सुरंग के भीतर देशी बीजीएल और लोहे के बने कारतूसों का उत्पादन कर रहे थे। यह पहली बार नहीं है, जब नक्सलियों की इस तरह की फैक्ट्री जंगलों में पकड़ी गई हो; पहले भी कई बार सुरंगों और लेथ मशीनों का पता चला है।
इस ऑपरेशन के दौरान जवानों ने कई हथियारों और बमों को भी बरामद किया। सुरक्षा बलों ने इस सफलता पर खुशी जाहिर की है और यह नक्सलवाद के खिलाफ उनकी लगातार कार्रवाई को साबित करता है।
हाल ही में 6 जनवरी को बीजापुर में माओवादी हमले में 8 जवान शहीद हो गए थे, और 15 जनवरी को हुए एनकाउंटर में पांच नक्सली मारे गए थे। इसके बाद, 16 जनवरी को बीजापुर और सुकमा के बार्डर पर हुई मुठभेड़ में 12 नक्सलियों को ढेर कर दिया गया।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने माओवादी नेताओं से अपील की है कि वे हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में शामिल हो जाएं। वहीं, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने साल 2026 तक माओवादी समस्या के समाप्त होने का लक्ष्य रखा है।