वाराणसी
देश के सर्वोच्च न्यायालय में ज्ञानवापी प्रकरण की सुनवाई तीन बजे से हुई प्रारंभ

रिपोर्ट – मनोकामना सिंह
वाराणसी। आज देश के सर्वोच्च न्यायालय में ज्ञानवापी प्रकरण की सुनवाई तीन बजे से प्रारंभ। दोनों पक्षों के साथ यूपी सरकार के महाधिवक्ता तुषार मेहता भी कोर्ट में पेश। श्री मेहता ने मुस्लिम पक्ष के वकील की बातों को गलत बताया और कहा की ये कोर्ट को सही बात नहीं बता रहे हैं। इनके द्वारा बार बार सर्वे में सामने आए संभावित शिवलिंग को फैव्वारा कहना ग़लत है और हम आपत्ति करते हैं।मुस्लिम पक्ष के वकील ने वाराणसी में पूरे मामले पर संपूर्ण रोक की मांग की जिसको कोर्ट ने खारिज कर दिया और कहा की हम स्टे नहीं देंगे। जस्टिस ने कहा की किसी भी जगह के धार्मिक स्वरुप को सिद्ध करने के लिए हो रहे सर्वे को रोकने की व्यवस्था सेक्शन 3 में नहीं है।इसपर रोक नहीं लगाया जा सकता। तीन जजों की बेंच ने सुनवाई के दौरान कहा की इस पूरे मामले की सुनवाई वाराणसी में ही होगी।हम किसी मामले को कहीं से भी उठाकर नहीं सुन सकते,इसका एक सिस्टम है।जिला जज अपना कार्य जानते हैं। जहां तक वजू की बात है तो जिला प्रशासन इसकी समुचित व्यवस्था करे और लोग सौहार्दपूर्ण माहौल बनाए रखें। सॉलिसिटर जनरल के मांग पर की गर्मियों की छुट्टियां हो रही हैं इसलिए कोई ठोस आदेश कोर्ट दे इसपर सुप्रीम कोर्ट ने पूरे मामले को वाराणसी जिला जज के पास स्थानांतरित किया और कहा की दो महीने में सुनवाई पूरी हो। 17 मई वाला अंतरिम आदेश जारी रहेगा।